/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/01/screenshot-611-2025-11-01-16-52-32.png)
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान।
बरेली, वाईबीएन संवाददाता। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) में प्रधान वैज्ञानिक डा. दीपक शर्मा हत्याकांड के लिए पूरे 10 साल 3 माह 1 दिन हो चुका है। लेकिन पुलिस इस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर सकी है। दो बार विवेचना हो चुकी है, लेकिन निष्कर्ष कुछ नहीं निकला है। आखिर क्या वजह है जो पुलिस इस हाईप्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा करने से कतरा रही है। एक बार फिर यह मामला सुर्खियों में है। झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है और हत्याकांड का खुलासा कराने की मांग की है।
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान परिसर पूरी तरह सुरक्षित है। इसके बाद भी हत्यारे संस्थान में आते हैं और एक वैज्ञानिक की धारदार हथियार से हत्या करके घर में लूटपाट करके चले जाते हैं। लेकिन पुलिस आज तक इस घटना का खुलासा नहीं कर पाती है। पुलिस दो बार इस हत्या कांड में फाइनल रिपोर्ट लगा चुकी है। जबकि प्रथम दृष्टया या साबित हो चुका है, कि डा दीपक शर्मा की हत्या करने वाले उन्हीं के कोई परिचित लोग हैं। यह कौन लोग हैं, इनका खुलासा आखिर पुलिस क्यों नहीं करना चाहती है। इस हत्याकांड के पीछे क्या कोई साजिश है। तमाम सवाल उठ रहे हैं। लेकिन एक वैज्ञानिक की हत्या का खुलासा नहीं होना पुलिस की भूमिका को संदेह के घेरे में पहुंचा रहा है।
न जाने कितने डीजी, एडीजी, आईजी, डीआईजी, एसएसपी बदल गए लेकिन हत्याकांड का खुलासा नहीं
आखिर कौन सी ऐसी वजह है जो हत्याकांड नहीं खुला है। पुलिस महानिदेशक से लेकर अपर पुलिस महानिदेशक, आईजी, डीआईजी और न जाने कितने एसएसपी बदल चुके हैं, लेकिन किसी की दिलचस्पी इस हाईप्रोफाइल मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने में नहीं रही। इज्जतनगर थाने में भी न जाने कितने प्रभारी निरीक्षक बदले जा चुके हैं। मर्डर केस की समीक्षाएं हो चुकीं हैं लेकिन किसी अधिकारी ने इस केस की गुत्थी नहीं खुलने के बारे में कोई किसी की लापरवाही क्यों नहीं मानी। किसे विवेचक या फिर थानेदार पर भी कार्रवाई नहीं की गई।
आईवीआरआई परिसर की सुरक्षा पर सवाल
आईवीआरआई परिसर की सुरक्षा पर भी कई तरह के सवाल उठ चुके हैं। भारत सरकार के पूर्व प्रधान निजी सचिव अशोक कुमार गुप्ता का कहना है कि आईवीआरआई की सुरक्षा मिलिट्री के एक्स कमीशंड अधिकारी (मेजर कैप्टन) की जगह शिक्षक हवलदार को सौंपी गई है। लेकिन एक चहेते के पास सुरक्षा है। सुरक्षा व्यवस्था की भी जांच की जरूरत है।
सीबीआई जांच की मांग
IVRI के बैज्ञानिक दीपक शर्मा की हत्या 29 जुलाई, 2015 को हुई। अशोक कुमार गुप्ता का आरोप है कि पुलिस ने जान बूझ कर खुलासे को दबा दिया और तरह तरह का तमाशा करते रहे। मैने हत्या करने वाले के कागजी सबूत आईजी और एसएसपी अनुराग आर्या को अप्रैल 2015 को दिए लेकिन आज तक खुलासा नहीं किया। मंत्री डा अरुण कुमार ने पत्र लिख कर खुलासा करने के निर्देश दिये फिर भी दबा गये। मंत्री डा अरुण कुमार और सांसद छत्रपाल गंगवार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर खुलासा करने की मांग की। लेकिन उनके सचिवों ने सीधे सीधे एसएसपी बरेली को सितम्बर में पत्र भेज दिया। लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। झारखंड राजयपाल संतोष गंगवार ने सीधे मुख्यमंत्री के नाम तीन अक्टूबर को पत्र लिखा लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। इस मामले में अशोक कुमार गुप्ता ने हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
29 जुलाई 2015 की रात IVRI के बंगला नंबर जीओबी- 9 में हुई थी वैज्ञानिक की हत्या
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के प्रमुख वैज्ञानिक दीपक शर्मा इज्जतनगर थाना क्षेत्र में स्थित संस्थान के कैंपस में एनिमल जेनेटिक्स विभाग के हेड थे। वे बंगला नंबर जीओबी 9 में अपने परिवार के साथ रहते थे, 29 जुलाई 2015 को उनकी पत्नी शहर के बाहर गई हुई थी। चार बदमाश उनके घर पहुंचे और दीपक शर्मा को बुलाया जिसके बाद एक बदमाश ने उनसे हाथ मिलाया और घर में दाखिल हो गए। इस दौरान दीपक की मां और नौकरानी दूसरे कमरे में चली गईं। कुछ देर बाद बदमाश दीपक शर्मा की मां के कमरे में घुसे और उनसे रुपयों के बारे में पूछा और इसके बाद दोनों को हथियारों के बल पर बंधक बनाकर बाथरूम में बंद कर दिया। इसके बाद बदमाशों ने वैज्ञानिक दीपक शर्मा की बड़ी बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी थी, बदमाश घर में रखा जेवर और नगदी लूट कर फरार हो गए थे। बाद में बाथरूम में बंद मां और नौकरानी ने शोर मचाया, लेकिन किसी ने उनकी आवाज नहीं सुनी जब नौकरानी का पति घर आया तो उन लोगों को बाहर निकाला और जब सब लोग बाहर के कमरे में आए तो दीपक शर्मा की लाश पड़ी हुई थी।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/01/22-2025-11-01-17-34-07.jpeg)
यह भी पढ़ेंः-कृषि विभाग : मैं अंग्रेजों के जमाने का डिप्टी जेलर... एक एक को ठीक कर दूंगा....
Bareilly News: सेवानिवृत्त होने पर 8 रेल कर्मचारियों को मंडल रेल प्रबंधक ने दी सम्मान पूर्व विदाई
Bareilly News: साइबर स्लेवरी बना नया खतरा, युवाओं को जाल में फंसाने की साजिश
Bareilly News: सेंट मेरी स्कूल तिलहर में बच्चों ने सीखे पत्रकारिता के गुर
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us