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बिहार चुनाव परिणाम 2025: NDA बहुमत के पार, तेजस्वी दे रहे कांटे की टक्कर? जानें क्या पलटेगी बाजी? | यंग भारत न्यूज Photograph: (YBN)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना में NDA ने शुरुआती रुझानों में बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है, जिससे बीजेपी और जेडीयू खेमे में उत्साह अपने चरम पर है। हालांकि, कांटे की टक्कर जारी है, और राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी सरकार बनाने का दावा किया है। यह चुनावी दंगल अब निर्णायक मोड़ पर है। पल-पल बदलते नतीजों से यह तय होगा कि अगले पांच साल बिहार की कमान किसके हाथ में होगी। बिहार चुनाव के नतीजों का दिन आ चुका है, और हर मिनट के साथ धड़कनें तेज हो रही हैं।
शुरुआती रुझान साफ तौर पर बता रहे हैं कि लड़ाई एकतरफा नहीं, बल्कि कांटे की है। शुरुआती घंटों में ही NDA ने 191 सीटों पर बढ़त बनाकर यह संकेत दे दिया है कि एग्जिट पोल के अनुमान सही साबित हो सकते हैं। लेकिन, राजनीति के मैदान में अंतिम गिनती तक खेल बाकी रहता है। क्या तेजस्वी का 'जॉब कार्ड' बेअसर?
राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने चुनाव प्रचार में रोजगार और सरकारी नौकरियों को सबसे बड़ा मुद्दा बनाया था। युवा वोटरों के बीच उनकी रैलियों में जबरदस्त भीड़ देखी गई थी। लेकिन क्या यह भीड़ वोटों में तब्दील हुई?
| पार्टी/गठबंधन | आगे/जीता रुझान | बहुमत से दूरी |
| NDA बीजेपी+जेडीयू | 191 | - |
| MGB राजद+कांग्रेस | 47 | बहुत दूर |
शुरुआती रुझानों से लगता है कि तेजस्वी का दांव उतना सफल नहीं हुआ जितना उम्मीद की जा रही थी। हालांकि, महागठबंधन MGB ने अभी भी 47 सीटों पर बढ़त बना रखी है, जो यह दर्शाता है कि विपक्ष मजबूत है। याद रखें बिहार की जनता का अंतिम फैसला कुछ ही घंटों में सामने होगा। हर गणना केंद्र पर हो रही हलचल राज्य के भविष्य की दिशा तय कर रही है। NDA की ताकत डबल इंजन या अनुभव?
NDA की बढ़त के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों का प्रभाव, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शासन का लंबा अनुभव और डबल इंजन केंद्र और राज्य में एक ही गठबंधन का नारा मतदाताओं को लुभाने में कामयाब रहा है। स्थिरता का फैक्टर मतदाताओं ने शायद 'अनुभव' को 'बदलाव' पर तरजीह दी है।
नीतीश कुमार की 'सुशासन बाबू' की छवि और स्थिर सरकार देने का ट्रैक रिकॉर्ड एक बड़ा कारण हो सकता है। महिला वोट बैंक नीतीश कुमार ने हमेशा महिला वोट बैंक पर फोकस किया है जैसे शराबबंदी और साइकिल योजना। यह वर्ग पारंपरिक रूप से NDA का मजबूत स्तंभ रहा है।
जातीय समीकरण: बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण हमेशा अहम रहे हैं। NDA ने अपने गठबंधन सहयोगियों के जरिए इस समीकरण को साधने की पूरी कोशिश की है।
वर्तमान रुझान: सुबह के शुरुआती घंटे शुरुआती रुझानों में स्थिति इस प्रकार है। यह आंकड़ा हर पल बदल रहा है, लेकिन एक मोटा-मोटा ट्रेंड दिखाता है।
चुनावी दंगल का टर्निंग पॉइंट
बिहार के चुनावी इतिहास में कई बार ऐसा हुआ है कि शुरुआती रुझान बाद में पलट गए हैं। यह परिणाम खासकर तब होता है जब दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों के वोटों की गिनती शुरू होती है।
पोस्टल बैलेट का असर: सबसे पहले पोस्टल बैलेट गिने जाते हैं। इनके रुझान शुरुआती बढ़त देते हैं, लेकिन बाद में ईवीएम की गिनती से तस्वीर बदल जाती है।
किन सीटों पर नज़र: कई महत्वपूर्ण सीटों पर मार्जिन बहुत कम है। इन सीटों के अंतिम नतीजे ही सरकार बनाने या गिराने में निर्णायक होंगे।
बदलाव की लहर: अगर MGB को अंत तक युवा वोटरों का बड़ा समर्थन मिलता रहा, तो यह 47 का आंकड़ा तेजी से 100 के पार जा सकता है, और लड़ाई और रोमांचक हो जाएगी।
तेजस्वी यादव का आत्मविश्वास: नतीजों से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने सरकार बनाने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि बिहार की जनता ने 'परिवर्तन' के लिए वोट किया है। उनका यह आत्मविश्वास दिखाता है कि महागठबंधन अभी भी रेस से बाहर नहीं है और वह अंतिम क्षणों तक संघर्ष करने को तैयार हैं।
यह चुनाव केवल विधानसभा का चुनाव नहीं, बल्कि बिहार के युवा और अनुभवी नेतृत्व के बीच का संघर्ष है। क्या नीतीश कुमार एक बार फिर कुर्सी संभालेंगे या तेजस्वी यादव बिहार के सबसे युवा मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रचेंगे?
जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ेगी, तस्वीर साफ होती जाएगी। लगातार अपडेट जारी है।
Bihar Election Result 2025 | nitish vs tejashwi | NDA Wins Bihar | Bihar Verdict
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