जन्म प्रमाण पत्र

कई जरूरी दस्तावेजों में से एक है जन्म प्रमाण पत्र यानी बर्थ सर्टिफिकेट। जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आप सबसे पहले रजिस्ट्रार से जन्म पंजीकरण फॉर्म लें।अगर बच्चा अस्पताल में पैदा हुआ है, तो चीफ मेडिकल ऑफिसर स्वयं ही आपको फॉर्म दे देते हैं। फॉर्म भरकर जन्म से जुड़े अस्पताल द्वारा प्राप्त दस्तावेज रजिस्ट्रार के पास जमा करवा दें। 7 से 15 दिन के भीतर आपका प्रमाण पत्र मिल जाएगा।

टीकाकरण कार्ड

टीकाकरण कार्ड में बच्चों को लगने वाले टीके का पूरा रिकार्ड दर्ज होता है। इससे भविष्य में लगने वाले टीके और लग चुके डोज पर नजर रखने में मदद मिलती है। ताकि आप एक भी टीकाकरण न चूकें। आम तौर पर, बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा आपको एक टीकाकरण कार्ड प्रदान किया जाता है।

बाल आधार कार्ड

बच्चों के लिए बाल आधार कार्ड बनाने का ऑप्शन है। यह 12 अंको की एक संख्या वाला कार्ड है जो 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए जारी किया जाता है। गौरतलब है कि ये बाल आधार कार्ड बच्चे के माता या पिता में से किसी एक के आधार कार्ड से जुड़ा होता है। इसे बनवाने के लिए बायोमैट्रिक की जरूरत नहीं है।

ता-पिता के साथ जॉइंट बैंक खाता (यदि आवश्यक हो)

ज्वाइंट बैंक अकाउंट जरूरी नहीं है, लेकिन अगर व्यक्तिगत स्तर पर आपके लिए जरूरी है तो आप बैंक अकाउंट खुलवा सकते हैं। माता-पिता के साथ बच्चों का बैंक अकाउंट हो सकता है।

आधार कार्ड

आधार कार्ड आज के समय में सबसे जरूरी दस्तावेजों में से एक है। आपके आधार कार्ड से ही बैंक अकाउंट से लेकर फोन नंबर तक जुड़े हैं। बता दें आधार बारह अंकों की एक विशिष्ट पहचान संख्या है जिसे भारत के सभी निवासी अपनी बायोमेट्रिक्स और जनसांख्यिकीय डेटा के आधार पर स्वेच्छा से प्राप्त कर सकते हैं।

पैन कार्ड

परमानेंट अकाउंट नंबर यानी पैन कार्ड। यह एक दर अक्षर का अल्फ़ान्यूमेरिक पहचानकार्ड है, जो भारतीय आयकर विभाग द्वारा पॉलीकार्बोनेट कार्ड के रूप में आवेदन करने वाले हर व्यक्ति को जारी किया जाता है। इसे भारतीय आयकर विभाग की वेबसाइट से ई-पैन के रूप में जानी जाने वाली पीडीएफ फाइल के रूप में भी प्राप्त किया जा सकता है।

10वीं और 12वीं की मार्कशीट और प्रमाण पत्र

आपकी शैक्षणिक योग्यता को प्रमाणित करने के लिए आपके पास 10वीं, 12वीं के पासिंग सर्टिफिकेट होने बहुत जरूरी है। 10वीं की खास तौर पर जरूरी है, क्योंकि कई बार इसे जन्म प्रमाणपत्र के विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है।

स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र

स्कूल छोड़ने का प्रमाणपत्र यानी लिविंग सर्टिफिकेट। 10 वीं और 12 वीं कक्षा पास होने के बाद स्कूल द्वारा बच्चों को जारी किया जाता है। लिविंग सर्टिफिकेट आपके आगे की शिक्षा के लिए दाखिला लेने में काफी मददगार साबित होता है।

जाति प्रमाणपत्र

जाति प्रमाणपत्र यानी कास्ट सर्टिफिकेट। जाति प्रमाण पत्र एक दस्तावेजी प्रमाण है जो प्रमाणित करता है कि एक व्यक्ति किसी विशेष जाति का है। सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करने, राज्य या केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश का दावा करने, या छात्रवृत्ति के लिए जाति प्रमाणपत्र काफी मददगार साबित होता है।