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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: कार्तिक मास की एकादशी के पावन अवसर पर शनिवार को काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इसी दौरान मंदिर के प्रवेश द्वार के पास अचानक भीड़ का दबाव बढ़ने से भगदड़ मच गई, इसमें नौं लोगों की मौत हो गई वहीं कई लोगों के घायल होने की सूचना है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही थी। पर्याप्त भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण हालात अचानक बिगड़ गए। अफरा-तफरी के बीच कई लोग गिर पड़े और उनके ऊपर से भीड़ गुजर गई।
राहत और बचाव कार्य शुरू
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को नजदीकी सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। जिला प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए और राहत कार्यों की पूरी निगरानी की जाए।
केंद्रीय मंत्री नारा लोकेश ने भी हादसे पर शोक जताया
केंद्रीय मंत्री नारा लोकेश ने भी हादसे पर शोक जताते हुए कहा कि एकादशी के दिन हुआ यह हादसा बेहद दुखद है। सरकार पीड़ितों और घायलों को हरसंभव सहायता और बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रही है। मैंने संबंधित अधिकारियों, जिला मंत्री अत्चन्नायडू और स्थानीय विधायक गौथु सिरीशा से बात कर तुरंत राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि भीड़ नियंत्रण में चूक कहां हुई।
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