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कूचबिहार : शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर हुआ हमला, गाड़ी का शीशा तोड़ा

पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के काफिले पर हमले की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले पर हमला किया। इससे जिले में तनाव का माहौल हो गया है। 

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YBN News
Shubhendu Adhikari
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कोलकाता, वाईबीएन डेस्कपश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के काफिले पर हमले की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले पर हमला किया। इससे जिले के खगराबाड़ी इलाके में तनाव का माहौल हो गया है। मालूम हो कि कूचबिहार में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर भाजपा की एक रैली और प्रदर्शन का नेतृत्व करने और एसपी को ज्ञापन सौंपने के लिए शुभेंदु अधिकारी  आए थे। भाजपा  कार्यकर्ताओं ने जिले में पार्टी विधायकों पर हाल में हुए हमलों के विरोध में वो सब कूचबिहार पुलिस अधीक्षक का घेराव करने की योजना बना रहे थे तभी इसी दौरान अधिकारियों को नारेबाजी का सामना करना पड़ा और उन्हें खगराबाड़ी इलाके के पास काले झंडे भी दिखाए गए। 

"मैं बुलेटप्रूफ कार में था, वरना आप मुझे पोस्टमॉर्टम हाउस में देखते"

कूचबिहार में अपने काफिले पर हुए कथित हमले पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, "मैं बुलेटप्रूफ कार में था, वरना आप मुझे पोस्टमॉर्टम हाउस में देखते। स्थिति बहुत खराब थी। उन्होंने बुलेटप्रूफ कार के शीशे भी तोड़ दिए। वे सभी बांग्लादेशी मुसलमान हैं..."

टीएमसी ने आरोपों को सुनियोजित नाटक बताया

हालांकि टीएमसी ने इन आरोपों को सुनियोजित नाटक करार दिया है। दरअसल शुभेंदु अधिकारी द्वारा दिया गया यह बयान विवादास्पद और गंभीर है, जिसमें उन्होंने कूचबिहार में अपने काफिले पर हुए कथित हमले के लिए "बांग्लादेशी मुसलमानों" को ज़िम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि अगर वे बुलेटप्रूफ कार में नहीं होते, तो उनकी जान जा सकती थी।

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कानून-व्यवस्था की बड़ी चूक

शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि हमला इतना गंभीर था कि बुलेटप्रूफ कार के शीशे भी तोड़ दिए गए। यदि यह दावा सही है, तो यह कानून-व्यवस्था की बड़ी चूक मानी जा सकती है।वैसे यह बयान एक समुदाय को दोषी ठहराता है, बल्कि यह सांप्रदायिक तनाव को भी बढ़ा सकता है।

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