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Crime News:मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के फर्जी हस्ताक्षर से एफआईआर दर्ज कराने का आदेश जारी, जांच में खुला फर्जीवाड़ा

मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के फर्जी हस्ताक्षर से एफआईआर आदेश जारी करने का मामला सामने आया है। जांच में पत्र फर्जी पाया गया। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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Shishir Patel
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धोखाधड़ी का प्रयास

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। राजधानी के दारुलसफा स्थित हिंदू युवा वाहिनी के प्रांतीय महामंत्री सिद्धार्थ मिश्रा के कार्यालय से जारी एक पत्र पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव का फर्जी हस्ताक्षर कर एफआईआर दर्ज कराने का आदेश जारी कर दिया। संदेह होने पर जांच की गई तो मामला फर्जी निकला।

हजरतगंज थाने में दर्ज कराया गया मुकदमा 

मामले की गंभीरता को देखते हुए दरोगा शुभम मेहंदियान ने हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। दर्ज एफआईआर के मुताबिक, फर्जी पत्र में कानपुर निवासी एक व्यक्ति पर धर्मांतरण और हिंदू लड़कियों के शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाकर मुख्यमंत्री को संबोधित किया गया था।

जांच में हस्ताक्षर और मोहर फर्जी मिली 

पत्र पर प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) संजय प्रसाद के हस्ताक्षर और मुहर की नकल करते हुए डीजीपी को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया था। जब पुलिस मुख्यालय में तैनात डिप्टी एसपी अखिलेश राजन ने पत्र की जांच की, तो हस्ताक्षर और मोहर फर्जी पाए गए।इसके बाद इस फर्जीवाड़े में शामिल अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के मुताबिक, जल्द ही आरोपी की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।

खनन कारोबार के नाम पर 1.50 करोड़ की ठगी

Lucknow Crime:राजधानी के विभूतिखंड इलाके में खनन कारोबार के नाम पर 1.50 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। सेक्टर-4 स्थित जय शक्ति रिलयकॉन प्रा. लि. कंपनी के निदेशक कनिष्क प्रताप सिंह ने पांच लोगों पर उनके साथ ही पिता शिव प्रताप सिंह से करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। विभूतिखंड पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।कनिष्क ने पुलिस को बताया कि उनकी कंपनी खनन से जुड़े कार्यों में सक्रिय है। वर्ष 2019 में पिता के परिचित दलजीत सिंह (निवासी बांदा, कौर) ने उन्हें भोपाल की कंपनी यूफोरिया माइंस एंड मिनरल्स के निदेशक चंद्रशेखर से मिलवाया था। इस कंपनी में काशीराम चौरसिया, विशाखा और अजीत भी निदेशक थे।

दो माह के अंदर 18 प्रतिशत ब्याज देने का दिया आश्वासन 

आरोप है कि नवंबर 2019 के अंतिम सप्ताह में पांचों आरोपियों ने पिता और उनसे कहा कि उन्हें खनन का बड़ा सरकारी पट्टा मिलने वाला है, जिसके लिए तत्काल 1.50 करोड़ रुपये की जरूरत है। रकम दो माह के भीतर वापस करने और देरी होने पर 18 प्रतिशत ब्याज देने का आश्वासन दिया गया। भरोसे में आकर कनिष्क के पिता ने चंद्रशेखर के खाते में पूरी राशि ट्रांसफर कर दी।लेकिन तय समय बीतने के बाद भी न तो रकम वापस की गई और न ही ब्याज दिया गया। कई बार मांगने पर आरोपी टालमटोल करते रहे। जब कनिष्क और उनके पिता रकम की मांग लेकर भोपाल स्थित कंपनी पहुंचे, तो आरोपियों ने गाली-गलौज करते हुए धमकाया और मारपीट की कोशिश की।इंस्पेक्टर अमर सिंह के अनुसार, पीड़ित की तहरीर पर नामजद पांचों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

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झाड़ियों में मिला जौनपुर निवासी युवक का शव, पत्नी थी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती

Lucknow Crime:राजधानी के मोहनलालगंज क्षेत्र में लखनऊ-प्रयागराज हाईवे किनारे शुक्रवार देर रात एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान जौनपुर निवासी मनोज सिंह (40) के रूप में हुई है। वह खून से लथपथ हालत में झाड़ियों में पड़े मिले, जहां से राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने उन्हें ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।पुलिस के मुताबिक, मनोज सिंह की पत्नी रूबी सिंह 29 अक्तूबर को मायके जाते समय रायबरेली में सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। उन्हें इलाज के लिए लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। पत्नी के घायल होने की जानकारी मिलने पर मनोज जौनपुर से बस द्वारा लखनऊ के लिए निकले थे।

अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत होने की जताई जा रही आशंका 

रास्ते में उनके दोस्तों विक्रांत और अजीत ने फोन पर बताया कि वे मोहनलालगंज के निशा ढाबे पर मौजूद हैं। दोस्तों से मिलने के लिए मनोज ढाबे से कुछ दूरी पहले ही रात करीब एक बजे बस से उतर गए, लेकिन ढाबे तक नहीं पहुंचे। देर रात जब वे नहीं आए तो दोस्तों ने तलाश शुरू की और कुछ दूरी पर स्थित स्कूटी शोरूम के पास झाड़ियों में उन्हें खून से लथपथ पड़ा पाया।सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल मनोज को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई बिनोद सिंह ने किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल होकर मौत होने की आशंका जताते हुए पुलिस में मामला दर्ज कराया है।इंस्पेक्टर मोहनलालगंज के अनुसार, घटनास्थल की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मॉर्निंग वॉक पर निकले होमगार्ड को अज्ञात वाहन ने कुचला, मौत

Lucknow Crime:लखनऊ के रहीमाबाद क्षेत्र के तरौना गांव में शनिवार तड़के सड़क हादसे में एक होमगार्ड की दर्दनाक मौत हो गई। तैनाती के दौरान ड्यूटी से अवकाश पर आए होमगार्ड बुद्धि पाल (55) मॉर्निंग वॉक पर निकले थे, तभी तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल बुद्धि पाल को ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) मलिहाबाद पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।मृतक बुद्धि पाल पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के आवास की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात थे। उनकी पत्नी आशा ने बताया कि रोज की तरह वह सुबह सैर पर निकले थे। 

हादसे के बाद गांव में मातम छा गया

गांव के पास स्थित पेट्रोल पंप और होंडा एजेंसी के बीच अज्ञात वाहन ने पीछे से जोरदार टक्कर मारी। सिर सहित शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। कुछ ही देर बाद उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया।बुद्धि पाल के परिवार में पत्नी आशा, चार बेटियां ज्योति, रोशनी, मोहिनी और शिल्पी, तथा बेटा दीपक है। हादसे के बाद गांव में मातम छा गया।इंस्पेक्टर रहीमाबाद अरुण कुमार ने बताया कि घटनास्थल से चार पहिया वाहन के कुछ क्षतिग्रस्त फाइबर के टुकड़े बरामद हुए हैं। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, जिसमें एक संदिग्ध पिकअप वाहन दिखाई दिया है। वाहन और चालक की तलाश की जा रही है।

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