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कुकरैल नदी—कठौता झील की ड्रेजिंग कार्य में देरी पर मंडलायुक्त सख्त
राजधानी लखनऊ में कठौता झील और कुकरैल नदी की डी-शिल्टिंग और ड्रेजिंग कार्यों को लेकर शुक्रवार को मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह और सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
कठौता झील की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी
बैठक में मंडलायुक्त ने साफ निर्देश दिए कि आगामी बरसात से पहले झील और नदी की पूरी तरह से सफाई कर ली जाए, ताकि शहर में जलभराव की समस्या न हो। उन्होंने सिंचाई विभाग को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि ड्रेजिंग कार्य में किसी भी प्रकार की देरी स्वीकार नहीं की जाएगी। समीक्षा के दौरान कठौता झील की सफाई में हो रही धीमी प्रगति पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई। उन्होंने निर्देश दिया कि डी-शिल्टिंग के लिए मशीनों और आवश्यक उपकरणों को तत्काल सक्रिय किया जाए और सफाई का कार्य यथाशीघ्र पूरा किया जाए।
पानी की उपलब्धता बढ़ाने में मिलेगी मदद
रोशन जैकब ने कहा कि सिल्ट हटाने से जलाशयों की क्षमता बढ़ेगी, जिससे भविष्य में पानी की उपलब्धता बेहतर होगी। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि निकाली गई सिल्ट को निर्धारित स्थानों पर ही डंप किया जाए, ताकि जलभराव की स्थिति न उत्पन्न हो। मंडलायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को चेतावनी दी कि अगर कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि तय समय-सीमा के भीतर काम हर हाल में पूरा होना चाहिए।