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गलावटी कबाब-बिरयानी से लेकर मक्खन तक... अवधी स्वाद ने जीता दुनिया का दिल, लखनऊ का खान-पान UNESCO की सूची में शामिल

लखनऊ को यूनेस्को ने 'क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी'  घोषित किया है। यह सम्मान उन शहरों को मिलता है जो, अपने खानपान की परंपरा, सांस्कृतिक विविधता और नवाचार के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।

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Deepak Yadav
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UNESCO की 'क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी' में लखनऊ हुआ शामिल Photograph: (Google)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लखनऊ के जायकों की लज्जत हमेशा से खानपान के शौकीनों के बीच बेहद खास रही है। चाहे मुंह में घुल जाने वाले गलौटी कबाब हों, खुशबू से किसी को भी अपनी आकर्षित कर लेने वाली लजीज बिरयानी, ओस का मक्खन या फिर बस्केट चाट। हर व्यंजन में नवाबी तहजीब और स्वाद का संगम है। इस शहर के साथ एक और उपलब्धि जुड़ गई है। लखनऊ को यूनेस्को ने 'क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी'  घोषित किया है। यह सम्मान उन शहरों को मिलता है जो, अपने खानपान की परंपरा, सांस्कृतिक विविधता और नवाचार के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यह घोषणा समरकंद (उज्बेकिस्तान) में आयोजित यूनेस्को की 43वीं जनरल कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई। जिसे 'वर्ल्ड सिटीज डे' के रूप में मनाया जाता है। यूनेस्को की इस सूची में अब 100 से अधिक देशों के 408 शहर शामिल हैं। 

क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी में लखनऊ शामिल 

यूपी के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि विभाग ने लखनऊ के लिए नामांकन किया था। यह प्रस्ताव 31 जनवरी को केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय को पेश किया था। मंत्रालय की समीक्षा के बाद केन्द्र सरकार ने तीन मार्च को यूनेस्को को अंतिम डॉसियर आधिकारिक रूप से भेजा। 31 अक्टूबर को समरकंद में आयोजित यूनेस्को की 43वीं जनरल कॉन्फ्रेंस के दौरान लखनऊ को क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी में शामिल किए जाने की घोषणा हुई। 

यूपी बना देश का गौरव

जयवीर सिंह ने कहा कि लखनऊ की संस्कृति, खान-पान और पहनावा दुनियाभर के लोगों को काफी आकर्षित करता है। लखनऊ की यह उपलब्धि उसके समृद्ध खानपान और संस्कृति की वैश्विक स्वीकृति है। उन्होंने कहा ​कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी आज देश का गौरव बन चुका है।  

लखनऊ के पर्यटन को नई उड़ान

पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने कहा कि लखनऊ का चयन इसकी व्यंजन परंपरा और पाककला धरोहर तथा आतिथ्य परंपराओं को एक नई अंतरराष्ट्रीय पहचान देगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में लखनऊ में कुल 82,74,154 पर्यटक आए, जबकि साल 2025 के पहले छह महीनों में ही 70,20,492 पर्यटकों ने आगमन हुआ।

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क्यो बाले पीएम मोदी?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि लखनऊ जीवंत संस्कृति और अद्भुत पाक परंपरा का प्रतीक है। मैं दुनिया के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे लखनऊ आएं और इसकी विशिष्टता को महसूस करें।

लखनऊ खाने की चीजों की जन्नत

यूनाइटेड नेशंस इन इंडिया' ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि लजीज गलौटी कबाब से लेकर अवधी बिरयानी, लजीज चाट और गोलगप्पे, मक्खन मलाई और भी बहुत कुछ। उत्तर प्रदेश का लखनऊ सदियों पुरानी परंपराओं से भरपूर खाने-पीने की चीजों की जन्नत है। लखनऊ को अब यूनेस्को द्वारा पाक-कला के रचनात्मक शहर के रूप में मान्यता दी गई है।

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