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लखनऊ उदयगंज में शराब की दुकान खुलने का लोग ने किया विरोध
लखनऊ के हुसैनगंज थाना क्षेत्र स्थित उदयगंज चौराहे पर नई शराब की दुकान खुलने को लेकर स्थानीय निवासियों में आक्रोश है। शनिवार को सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीय लोग सड़कों पर उतर आए और जोरदार नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन किया। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने मौके पर पुलिस बल की तैनाती कर दी है।
अवैध रूप से खोली जा रही दुकान
प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि जिस जगह दुकान खोली जा रही है, वह एक धार्मिक ट्रस्ट की जमीन है जिसे पहले किराए पर लिया गया था। अब कथित रूप से उस स्थान को शराब कारोबारी को सौंप दिया गया है, जो नियमों के खिलाफ है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि दुकान का आवंटन किसी अन्य स्थान के लिए हुआ था, लेकिन उसे गलत तरीके से चौराहे के पास खोला जा रहा है।
शराब की दुकान से बिगड़ेगा माहौल
स्थानीय निवासी राजेंद्र ने बताया कि जिस स्थान पर दुकान खोली जा रही है, वहां पास में टैक्सी स्टैंड है। यह स्थान बच्चों के स्कूल पिकअप-ड्रॉप प्वाइंट के तौर पर भी इस्तेमाल होता है। उन्होंने कहा की यहां से इलाके की बहू-बेटियां रोज गुजरती हैं। ऐसे में शराब दुकान खुलने से सामाजिक माहौल पर बुरा असर पड़ेगा। क्षेत्रीय निवासियों ने बताया कि प्रस्तावित दुकान मस्जिद से लगभग 50 कदम और मंदिर से करीब 70 कदम की दूरी पर है। उनका कहना है कि धार्मिक स्थलों के बीच शराब की दुकान खोलना बेहद आपत्तिजनक है और इससे समुदायों में तनाव की स्थिति बन सकती है।
महिला सुरक्षा को लेकर चिंता
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आशंका जताई कि शराब की दुकान खुलने के बाद नशे में धुत लोग इलाके में अभद्रता करेंगे। इससे न केवल महिला सुरक्षा पर असर पड़ेगा बल्कि स्थानीय दुकानों और व्यवसायों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उनका कहना है कि कोई भी परिवार अपने घर के पास इस तरह की दुकान नहीं चाहता।
सप्ताह भर से जारी है विरोध
जानकारी के अनुसार, पिछले एक सप्ताह से स्थानीय निवासी इस शराब दुकान के विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने हाथों में तख्तियां लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे क्षेत्रीय निवासी इस्लाम अली को पुलिस ने शनिवार को हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारी तब तक आंदोलन जारी रखने की बात कह रहे हैं जब तक उन्हें लिखित में यह आश्वासन नहीं मिल जाता कि विवादित स्थल पर शराब की दुकान नहीं खोली जाएगी।