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ओवरलोडिंग वसूली मामले में कई अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लखनऊ में ओवरलोडिंग वसूली सिंडिकेट के मामले में एसटीएफ की कार्रवाई के बाद परिवहन विभाग सक्रिय हो गया है। परिवहन आयुक्त किंजल सिंह ने हाल ही में दो यात्री कर अधिकारियों (P.T.O) और एक चालक को निलंबित कर दिया है।करीब दो हफ्ते पहले, एसटीएफ ने रायबरेली और फतेहपुर में एआरटीओ और पीटीओ समेत 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी कड़ी में लखनऊ के मड़ियांव में एआरटीओ प्रवर्तन राजीव बंसल सहित कई अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
परिवहन आयुक्त की ओर से की गई कार्रवाई
फतेहपुर के P.T.O अखिलेश चतुर्वेदी – निलंबित
रायबरेली की P.T.O रेहाना बानो – निलंबित, मुख्यालय से अटैच
लखनऊ के P.T.O मनोज कुमार – निलंबित
लखनऊ प्रवर्तन पर्यवेक्षक अनुज – निलंबित
उन्नाव के इंद्रजीत सिंह और रणजीत कुमार – सस्पेंड
उन्नाव का प्रदीप सिंह – सस्पेंड
रायबरेली का नौशाद – सस्पेंड
एफआईआर के बाद कई अधिकारी व कर्मचारी फरार
एसटीएफ की एफआईआर के बाद कई अधिकारी और कर्मचारी अभी फरार हैं। लखनऊ के एआरटीओ प्रवर्तन राजीव बंसल का मोबाइल नंबर भी बंद है और वे अपने कार्यालय से अनुपस्थित हैं।वसूली के इस मामले ने परिवहन विभाग के कई उच्च अधिकारियों को सकते में डाल दिया है। अफसर अब बचत की जुगाड़ में लग गए हैं और कई मंत्रियों व शासन स्तर के बड़े अधिकारियों से मदद की गुहार लगा रहे हैं।एसटीएफ की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ये अधिकारी और कर्मचारी ओवरलोड वाहनों से रिश्वत लेकर उन्हें पास कराते थे, जिससे नियमों की लगातार अवहेलना होती रही।परिवहन विभाग की सक्रिय कार्रवाई के बाद अब अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ और अधिकारी और चालकों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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