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प्रशासन में अप्रैल के अंत तक बड़े स्तर पर फेरबदल होने की संभावना Photograph: (Social Media)
उत्तर प्रदेश प्रशासन में अप्रैल के अंत तक बड़े स्तर पर फेरबदल होने की संभावना है। वरिष्ठ अधिकारियों के सेवानिवृत्त होने के चलते शासन में कई अहम पदों पर नई नियुक्तियां की जाएंगी। इसके साथ ही कई जिलों में डीएम बदले जाने की अटकलें भी तेज हो गई हैं। वहीं 2016 बैच के आईएएस अधिकारियों को जिलाधिकारी के रूप में तैनाती मिलने की संभावना जताई जा रही है।
APC पद के लिए रेस में शामिल अधिकारी
मुख्य सचिव के बाद कृषि उत्पादन आयुक्त (APC) का पद प्रदेश की प्रशासनिक संरचना में अत्यंत अहम माना जाता है। मौजूदा APC मोनिका एस. गर्ग इस महीने सेवानिवृत्त हो रही हैं, जिसके चलते इस पद को लेकर दावेदारी की चर्चा तेज हो गई है। माना जाता है कि APC और IIDC का पद मुख्य सचिव के पद की ओर बढ़ने का सीधा मार्ग प्रशस्त करता है। इस बार की दौड़ में 1989 और 1990 बैच के अधिकारी प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं।
जितेंद्र कुमार-सुधीर एम बोवड़े रेस में शामिल
1989 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एस.पी. गोयल वर्तमान मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के बाद प्रदेश के सबसे वरिष्ठ अफसरों में शुमार हैं। इसी बैच के देवेश चतुर्वेदी प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं, जबकि अनिल कुमार इस समय राजस्व परिषद के अध्यक्ष पद पर हैं। 1990 बैच में दीपक कुमार को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है, क्योंकि उनका सेवानिवृत्त अक्टूबर 2026 में होगा। वहीं, इसी बैच के हिमांशु कुमार, जितेंद्र कुमार और सुधीर एम. बोवड़े भी इस पद की रेस में शामिल हैं, लेकिन उनका रिटायरमेंट इसी साल है। इसी बैच की अर्चना अग्रवाल, जो वर्तमान में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड में सदस्य सचिव के रूप में कार्यरत हैं, का सेवानिवृत्त सितंबर 2026 में होना है।
शासन स्तर पर होंगे और भी बड़े बदलाव
इसके अलावा शासन में लंबे समय से एक ही विभाग में तैनात अधिकारियों के तबादले की भी तैयारी की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, नियुक्ति विभाग ने इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया शुरू कर दी है और जल्द ही बड़े पैमाने पर फेरबदल देखने को मिल सकते हैं।