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राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में प्रतिभाग करते शाहजहांपुर के विद्यार्थियों का फाइल फोटो (इंटरनेट मीडिया)
शाहजहांपुर, वाईबीएनसंवाददाताःआज राष्ट्रीय शिक्षा दिवस है। जिले के शिक्षकों और शिक्षा-संस्थानों में उत्साह का माहौल है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजेअब्दुल कलाम की जयंती पर जिले भर के विद्यालयों में गोष्ठियां, पुरस्कार समारोह और ‘ज्ञान उत्सव’ कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
जिले के कई शिक्षक इस वर्ष राज्य-स्तर और राष्ट्रीय-स्तर पर सम्मानित हुए हैं।सहायक अध्यापक विनय भट्ट को राज्य शिक्षक सम्मान से नवाजा गया है। इसी तरह, बेसिक शिक्षा परिषद की शिक्षिका अंबिका श्रीवास्तव, अमिता शुक्ला, विवेक कुशवाहा, शरद कुमार सिंह, पल्लवी वर्मा, लक्ष्मी सिंह आदि को भी सम्मानित किया जा चुका है। शिक्षकों उपलब्धियों ने जिले की शिक्षा-छवि को मजबूत किया है।
जिले में शिक्षा सुधार की नई पहलें
शाहजहांपुर के 126 सरकारी विद्यालयों में स्मार्ट-क्लासरूम तैयार किए जा रहे हैं, जिनमें से 48 का संचालन शुरू भी हो गया है।विद्यालय गुणवत्ता अनुश्रवण (SQM) योजना के तहत अब हर विद्यालय में मासिक “शिक्षा संवाद” सत्र अनिवार्य किया गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिव्या गुप्ता ने दिसंबर से “अभिभावक-मिलन दिवस” शुरू किए जाने के निर्देश दिए है। जिसमें शिक्षक-अभिभावक मिलकर छात्र की प्रगति पर चर्चा करेंगे। विद्यालयों में राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय पोर्टल से जुड़ाव के प्रयास तेज़ हैं।
शिक्षक बोले, अब लक्ष्य है नवाचार
सम्मान की श्रृखंला शुरू होने से शिक्षकों में नवाचार की होड है। या यूं कहें कि अच्छा करने की प्रतिस्पर्धा है। इसका प्रभाव शिक्षा व्यवस्था पर दिखाई दे रहा है। सम्मानितशिक्षक प्रदीप कुमार राजपूत, पल्लवी वर्मा, शरद कुमार सिंह का कहना है कि सम्मान से बड़ी प्रेरणा कुछ नहीं। अब हर क्लास में टेक्नोलाजी और कहानी-आधारित शिक्षण को बढ़ावा देंगे।” प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका अंबिका श्रीवास्तव व अमिता शुक्ला ने कहती हैं कि बच्चों में पढ़ाई को आनंद से जोड़ना ही असली शिक्षा है। शाहजहांपुर के गांवों में भी अब डिजिटल शिक्षा को अपनाया जा रहा है।
लेकिन चुनौतियां अब भी बनीं
जिले में 2720 बेसिक विद्यालय थे। आमेलन के बाद भीसंख्या 2600 केलगभगहै। 300 से अधिक विद्यालय ऐसे हैं जहां विज्ञान और गणित के विषयों के प्रशिक्षित शिक्षक नहीं हैं।शिक्षा विभाग ने रिक्त पदों पर जल्द भर्ती का आश्वासन दिया है। ग्रामीणस्कूलोंमेंइंटरनेटकनेक्टिविटीऔरडिजिटलउपकरणोंकीकमीबड़ीचुनौतीबनीहुईहै।
बीएसए काे सुनें
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिव्या गुप्ता का कहना है कि शिक्षा दिवस हमारे लिए आत्ममंथन का दिन है। शाहजहांपुर में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए नवाचार-शिक्षक तैयार किए जा रहे हैं। हर स्कूल को डिजिटल सशक्त बनाना हमारा लक्ष्य है।
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