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रिश्वत लेते हुए महिला कर्मचारी का वीडियो वायरल, अधिकारी ने किया सस्पेंड

फतेहपुर में लघु सिंचाई विभाग कार्यालय में तैनात एक महिला कर्मचारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो की जानकारी मिलते ही सहायक अभियंता ने महिला कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया है।

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Mohd. Arslan
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रिश्वत

रिश्वत लेते हुए प्रतीकात्मक तस्वीर

UP NEWS : उत्तर प्रदेश में रिश्वतखोरी का एक और मामला सामने आया है। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। फतेहपुर में लघु सिंचाई विभाग कार्यालय में तैनात एक महिला कर्मचारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो की जानकारी मिलते ही सहायक अभियंता ने महिला कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया है। 

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पत्र भेजने के लिए महिला कर्मचारी ने ली घूस

मामला फतेहपुर का बताया जा रहा है। यहां लघु सिंचाई विभाग कार्यालय में तैनात एक महिला कर्मचारी सुभाषिनी ने कागजात आगे बढ़ाने के नाम पर घूस ली। घूस लेते हुए उनका वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वह किसान से दो सौ रूपए लेते हुए नज़र आ रहीं हैं। महिला कर्मचारी ने अपने काम में सहयोग के लिए एक निजी व्यक्ति को भी अपने साथ सरकारी कार्यालय में बैठा रखा है। 

अधिशासी अभियंता ने दिये जांच के आदेश

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वहीं, रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों ने मामले पर सज्ञांन लिया और महिला कर्मचारी सुभाषिनी को सस्पेंड कर दिया। सहायक अभियंता शुभम मिश्र ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर महिला कर्मचारी को निलंबित कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, इस पूरे मामले की रिपोर्ट प्रयागराज भेज दी गई है। इसके साथ ही वायरल वीडियो डीएम और सीडीओ तक पहुंच गया है। वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिशासी अभियंता मनोज जायसवाल ने जांच के आदेश दे दिये है और जल्द ही रिपोर्ट तलब की है।

क्या है मामला? 

दरअसल, फतेहुपर के हथगाम ब्लाक के पलिया गांव के रहने वाले एक किसान ने मध्यम बोरिंग योजना के तहत अपने खेतों में बोरिंग कराई है। सरकारी योजना के अनुसार, किसान ने अपने हिस्से की राशि 66,500 रुपये जमा कर दिये है। इसके बाद अब उन्हें विभाग की ओर से 1.75 लाख रुपये की सामग्री मिलनी है, जिसमें 68 हजार रुपये बिजली के उपकरण ट्रांसफार्मर, खंभा व तार के लिए हैं। अन्य उपकरण लघु सिंचाई विभाग ने दिये है, लेकिन बिजली अनुदान का स्वीकृत पत्र, अभी तक खागा स्थित बिजली कार्यालय को नहीं भेजा गया है। किसान शनिवार को लघु सिंचाई विभाग के कार्यालय पहुंचा और महिला कर्मचारी से स्वीकृत पत्र को खागा स्थित बिजली कार्यालय भेजने का अनुरोध किया। इस पर महिला डिस्पैचर ने किसान से सुविधा शुल्क के नाम पर रिश्वत की मांग कर दी। इस पर किसान ने महिला कर्मचारी के सहयोगी को दो सौ रुपए दिये। घूस लेने के बाद डिस्पैचर के सहयोगी ने कहा कि जाइये आपका पत्र खागा कार्यालय पहुंच जाएगा। 

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कौन है महिला कर्मचारी सुभाषिनी

वर्तमान समय में फतेहपुर के लघु सिंचाई विभाग के कार्यालय में तैनात महिला कर्मचारी सुभाषिनी डिस्पैचर का काम देख रहीं हैं। वह मूलरूप से बोरिंग टेक्नीशियन हैं। उनकी तैनाती ब्लाक स्तर पर फील्ड विजिट की है लेकिन, इन्होंने अपनी पहुंच से खुद को कार्यालय में अटैच करा रखा है।

डिस्पैचर पर सख्त एक्शन

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जिला विकास अधिकारी प्रमोद चंद्रौल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई खंड प्रयागराज मनोज जायसवाल ने डिस्पैचर को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया है। निलंबन के साथ ही सुभाषिनी को प्रयागराज कार्यालय में संबद्ध करने को कहा गया है। सहायक अभियंता लघु सिंचाई शुभम मिश्र को इस पूरे मामले की जांच सौंपी गई है और स्पष्टीकरण सहित 15 दिन में जांच रिपोर्ट मांगी गई है।

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