जानिए गर्मी के मौसम में क्यों जरूरी हैं धनिया- पुदीना
पुदीना और धनिया दोनों ही ठंडी तासीर वाले होते हैं और इन्हें खाने से शरीर ठंडा रहता है।
पुदीना और धनिया दोनों ही ठंडी तासीर वाले होते हैं और इन्हें खाने से शरीर ठंडा रहता है।
गर्मी के मौसम में लू से बचाव के साथ ही हरा धनिया और पुदीना, पाचन क्रिया में भी सहायक होते हैं। स्वस्थ रहने के लिए पाचन क्रिया अच्छी रहनी बहुत जरूरी है। धनिया एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है।
हरा धनिया और पुदीना दोनों ही पेट की गर्मी दूर करने में सहायक होते हैं। पुदीना और धनिया को विभिन्न ड्रिंक्स में मिलाकर पीने से शरीर को ठंडक मिलती है। नींबू पानी बनाते समय धनिया और पुदीना की थोड़ी सी चटनी मिला सकते हैं।
धनिया एक ऐसी जड़ी-बूटी है जिसका इस्तेमाल दुनिया भर के सभी रसोई घरों में बड़े पैमाने पर किया जाता है। अगर आप कभी किचन गार्डन बनाने के बारे में सोचते हैं, तो धनिया को अपनी सूची में जरूर शामिल करें।
धनिया और पुदीना का रस निकालकर पीने से तो शरीर को ठंडक मिलती ही है, धनिया और पुदीना की चटनी बनाकर खाने से पाचन में सुधार होता है। चटनी बनाते समय नमक की मात्रा का ध्यान अवश्य रखें।
अगर आपके पास समय कम है और धनिया- पुदीना की चटनी या ड्रिंक नहीं बना पा रहे हैं तो आप इसका इस्तेमाल सलाद के रूप में भी कर सकते हैं। सलाद के साथ खाए जाने से भी धनिया और पुदीना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं और सलाद की वैरायटी बनाने में भी सहायक होते हैं।
इस चटनी को बनाते समय बस कुछ सरल बातों का ध्यान रखें - पुदीने की पत्तियों को केवल डंठल से ही निकालें। जितना हो सके डंठल से बचें क्योंकि इससे चटनी में कड़वाहट आ जाती है।
धनिया या धनिया अपने एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक गुणों के लिए भी जाना जाता है। धनिया पुदीने की चटनी त्वचा के दाग-धब्बों और मुंहासों को रोकती है। यह त्वचा को साफ और चमकदार बनाता है। मुंह में छाले होने पर यह बड़े लाभकारी होते हैं।