फैटी लिवर से डायबिटीज तक, कई मर्ज की एक दवा-भूमि आंवला

यह जड़ी-बूटी लीवर को डिटॉक्स करने और फैटी लिवर की समस्या में सुधार लाने के लिए जानी जाती है।

क्या है भूमि आंवला?

भूमि आंवला को संस्कृत में 'ताम्रपर्णी' और अंग्रेज़ी में 'Stonebreaker' कहा जाता है। इसके पत्ते, तना और फल सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।

फैटी लिवर का असरदार इलाज

भूमि आंवला लिवर को डिटॉक्स करता है, एंजाइम बैलेंस करता है और फैटी लिवर की समस्या में राहत देता है। नियमित सेवन से लिवर स्वस्थ रहता है।

डायबिटीज को रखे नियंत्रण में

इसमें ऐसे प्राकृतिक तत्व होते हैं जो पैंक्रियास को उत्तेजित करके इंसुलिन के स्तर को संतुलित करते हैं, जिससे डायबिटीज नियंत्रण में रहती है।

लिवर के रोगों में अमृत समान

भूमि आंवला लिवर को मजबूत बनाता है और वायरल संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। पीलिया जैसे रोगों में इसका सेवन बहुत लाभकारी है।

त्वचा रोगों में राहत

भूमि आंवला का रस और लेप त्वचा की सूजन, फंगल इन्फेक्शन और दाग-धब्बों को दूर करता है।

सेवन विधि और सावधानियां

भूमि आंवला का रस सुबह खाली पेट 10–15 ml लिया जा सकता है। गर्भवती महिलाएं या कोई गंभीर रोगी इसे डॉक्टर की सलाह से ही लें।

प्राकृतिक इलाज

भूमि आंवला सिर्फ एक औषधि नहीं, एक जीवनशैली है। इसे रोज़मर्रा की दिनचर्या में शामिल करके आप कई रोगों से बचाव कर सकते हैं।