अश्विनी वैष्णव ने वीडियो शेयर कर टेस्ट की पुष्टि की।
भारत अब हाइड्रोजन ट्रेन तकनीक में अग्रणी देशों में शामिल है।
इसे क्लीन और ग्रीन रेलवे के लिए डिजाइन किया गया है।
35 हाइड्रोजन ट्रेनें हेरिटेज रूट्स पर चलेंगी।
111 करोड़ रुपये की लागत से पहला प्रोजेक्ट शुरू।
शुरुआत में महंगी ट्रेनें भविष्य में सस्ती हो सकती हैं।
यह कदम नेट जीरो मिशन को और मजबूती देगा।