SP ऑफिस के बाहर बेचते थे सब्ज़ी, फिर ऐसे IPS अधिकारी बने नितिन बगाटे
कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो दिलों को छू जाती हैं और यह साबित करती हैं कि मेहनत और संघर्ष कभी बेकार नहीं जाते। आईपीएस अधिकारी नितिन बगाटे की कहानी भी कुछ ऐसी ही है।
कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो दिलों को छू जाती हैं और यह साबित करती हैं कि मेहनत और संघर्ष कभी बेकार नहीं जाते। आईपीएस अधिकारी नितिन बगाटे की कहानी भी कुछ ऐसी ही है।
कुछ कहानियां दिल को छू जाती हैं। महाराष्ट्र के आईपीएस अधिकारी नितिन बगाटे की कहानी भी ऐसी ही है। कभी सब्जी बेचने वाले नितिन आज समाज की सेवा कर रहे हैं।
नितिन बगाटे का जन्म महाराष्ट्र के गरीब परिवार में हुआ। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर थी और बचपन में उन्हें एसपी ऑफिस के बाहर सब्जी बेचनी पड़ी।
बचपन से ही उन्होंने देखा कि पुलिस अधिकारी समाज में बदलाव लाते हैं। यही दृश्य उनके मन में बस गया और उन्होंने तय किया कि वे भी समाज की सेवा करेंगे।
आईपीएस बनने का सफर आसान नहीं था। नितिन ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की, कई बार इंटरव्यू पास किया लेकिन अंतिम मेरिट में जगह नहीं बनी।
हर असफलता ने उन्हें तोड़ा नहीं, बल्कि मजबूत किया। उन्होंने अपनी गलतियों से सीखा और खुद को पहले से बेहतर बनाने की कोशिश की और मेहनत का फल मिला और वह आईपीएस बन गए।
नितिन बगाटे की कहानी सिखाती है कि मजबूत इरादे और मेहनत से कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती। गरीबी को उन्होंने ताकत में बदला और अपनी पहचान बनाई।