Population Day जानिए जनसंख्या नियंत्रण की राह में कौन कौन सी मुश्किले हैं

दुनिया की आबादी 8 अरब का आंकड़ा पार कर चुकी है। इसकी तुलना में संसाधन सीमित हैं और चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं।

शिक्षा की कमी

अशिक्षा को जनसंख्या वृध्दि की सबसे बड़ी वजह माना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि शिक्षा के प्रसार से जनसंख्या नियंत्रण में भी मदद मिल सकती है।

परिवार नियोजन की जागरुकता की कमी

जनसंख्या नियंत्रण में जागरुकता की कमी एक बड़ी वजह है। खासतौर पर पिछड़े इलाकों में गर्भनिरोधक उपायों को लेकर पर्याप्त जानकारी नहीं दी जाती है।

सवास्थय सेवाओं तक सीमित पहुंच

विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रामीण और आर्थिक रूप से पिछड़े इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत आज भी दयनीय बनी हुई है। खासतौर से महिला स्वास्थ्य।

बाल विवाह और कम उम्र मेंं गर्भधारण

तमाम प्रयासों और कार्यक्रमों के बावजूद कम आयु में विवाह की समस्या का अंत नहीं हो पाया है। कम उम्र में विवाह और जल्द बच्चे जनसंख्या नियंत्रण में बाधक है।

सामाजिक और धार्मिक मान्यताएँ

सामाजिक सोच को बदले बिना जनसंख्या पर नियंत्रण असंभव है। आज भी कुछ समुदायों मान्यता है कि अधिक बच्चे ईश्वरीय देन हैं।

सरकारी नीतियों का सही अमल

जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार नीतियों तो बनाती हैं, किंतु ज़मीनी स्तर पर उन्हें लागू नहीं जाता है।

समाधान: शिक्षा + जागरूकता + स्वास्थ्य

जनसंख्या को नियंत्रित के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। शिक्षा, स्वास्थ्य, और समाज में बदलाव लाने का प्रयासों को और तेज करना होगा।