सावन की तैयारी – 11 जुलाई से शुरू
यह महीना शिवभक्ति, व्रत, पवित्रता और मौसम परिवर्तन का प्रतीक है।
यह महीना शिवभक्ति, व्रत, पवित्रता और मौसम परिवर्तन का प्रतीक है।
सावन के प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, दूध और भांग चढ़ाएं। यह पुण्य और मानसिक शांति प्रदान करता है।
सावन में सोमवार व्रत, फलाहार, और सात्त्विक भोजन अपनाएं। इससे आत्म-नियंत्रण और आस्था दोनों बढ़ते हैं।
यह समय शरीर को शुद्ध रखने और मानसिक रूप से जागरूक बनने का है।
यह धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अशुभ माना जाता है।
छाता, रेनकोट, और वाटरप्रूफ जूते रखें। कीचड़ और जलभराव वाली जगहों से दूर रहें। यह मौसम संक्रमण और बुखार का कारण बन सकता है।
यह पेट संबंधी बीमारियों को न्योता देता है।
सावन में भक्ति करें, नियम पालन करें, और प्रकृति से तालमेल बनाए रखें। यही शिव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।