Sawan Special: चार महीने तक भगवान शिव के हाथों में होगी संसार की बागडोर
चातुर्मास 2025 की शुरुआत हो गई है। यह हिन्दू पंचांग के अनुसार देवशयनी एकादशी के दिन शुरू होता है।
चातुर्मास 2025 की शुरुआत हो गई है। यह हिन्दू पंचांग के अनुसार देवशयनी एकादशी के दिन शुरू होता है।
चातुर्मास में भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन करते हैं और चार महीने तक योग निद्रा में रहते हैं। इस दौरान भगवान शिव संसार को चलाते हैं।
विष्णु के शयन में जाने के बाद सृष्टि का संचालन भगवान शिव (भोलेनाथ) के हाथों में होता है।
चातुर्मास की शुरुआत सावन महीने से होती है जो शिव का प्रिय मास माना जाता है।
यह समय आत्मशुद्धि, भक्ति और तपस्या के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। इसमें सावन के महीने में शिव को प्रसन्न करना सबसे ज्यादा आसान होता है।
भोलेनाथ को प्रसन्न करना बहुत सरल है वे सच्चे मन से की गई भक्ति से शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
इन चार महीनों में शिव की आराधना करने से मनवांछित फल और वरदान प्राप्त किए जा सकते हैं।