'द वॉल' कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ ने नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए भारत के लिए 10,501 रन बनाए। उनका धैर्य और तकनीक आज भी मिसाल है।
राहुल द्रविड़ के असली उत्तराधिकारी माने जाने वाले पुजारा ने नंबर 3 पर 6,529 रन बनाए और भारतीय टेस्ट टीम को स्थिरता दी।
अमरनाथ ने कठिन हालातों में भी शानदार प्रदर्शन किया। नंबर 3 पर उन्होंने 2,907 रन बनाकर टीम को कई बार संकट से उबारा।
क्लासिक स्टाइल में खेलने वाले वेंगसरकर ने नंबर 3 पर भारत के लिए 2,763 रन बनाए और कई यादगार पारियां खेलीं।
वाडेकर ने उस दौर में नंबर 3 पर शानदार बल्लेबाज़ी की जब भारतीय टीम विदेशी सरजमीं पर संघर्ष कर रही थी। उनके 1,899 रन अहम रहे।
लक्ष्मण आमतौर पर नंबर 5 पर खेले, लेकिन जब भी नंबर 3 पर उतरे, उन्होंने उपयोगी पारियां खेलीं और 1,611 रन बनाए।
अपने तकनीकी गेम के लिए मशहूर मांजरेकर ने भी नंबर 3 पर भारत के लिए 1,375 रन बनाए और मिडिल ऑर्डर को मजबूती दी।