किसान के बेटे ईश्वर लाल गुर्जर ने रचा इतिहास, पढ़ें IPS बनने की कहानी

राजस्थान के ईश्वर लाल गुर्जर की सफलता की कहानी 'हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है' को चरितार्थ करती है। 10वीं कक्षा में फेल होने के बाद, उनके किसान पिता की एक सलाह ने ईश्वर का जीवन बदल दिया।

Photo Credit : Google

प्रारंभिक असफलता

राजस्थान के ईश्वर लाल गुर्जर 2011 में 10वीं कक्षा में फेल हो गए थे। निराशा में उन्होंने पढ़ाई छोड़ने का मन बना लिया था।

Photo Credit : Google

पिता की सलाह ने बदली जिंदगी

किसान पिता सुवालाल गुर्जर ने बेटे को सलाह दी कि घबराने की जरूरत नहीं है, शिक्षा का महत्व भविष्य में जरूर समझोगे। यह उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट बना।

Photo Credit : Google

पढ़ाई में वापसी

किसान पिता की बात मानकर ईश्वर ने दोबारा 10वीं की परीक्षा दी और 54% अंक हासिल किए। 12वीं के बाद उन्होंने प्राइवेट छात्र के रूप में बैचलर डिग्री ली।

Photo Credit : Google

असफलताओं का दौर

10वीं में फेल होने के बाद भी ईश्वर ने 2018 RAS मेन्स और लगातार तीन बार यूपीएससी 2019 प्रीलिम्स, 2020 इंटरव्यू, 2021 एग्जाम में असफलता मिली। कुल 6 बार असफल हुए।

Photo Credit : Google

सफलताओं की शुरुआत

पहले 2019 में रीट पास करके थर्ड ग्रेड टीचर बने। फिर 2021 में राजस्थान पुलिस सब-इंस्पेक्टर और 2021 में RAS एग्जाम क्रैक करके SDM बने।

Photo Credit : Google

यूपीएससी में चयन

UPSC 2022 में AIR-644 रैंक हासिल कर IRS ऑफिसर बने। उन्होंने हिंदी मीडियम से परीक्षा दी।

Photo Credit : Google

IPS बनने का सफर

ईश्वर लाल गुर्जर UPSC 2023 में AIR-555 रैंक प्राप्त कर IPS ऑफिसर बने। उन्होंने 6 सरकारी परीक्षाओं व 3 बार UPSC क्रैक किया।

Photo Credit : Google