श्रावण में रुद्राक्ष पहनना क्यों है विशेष? जानिए कितने मुखी होते हैं और किसे मिलता है क्या लाभ!

श्रावण माह में Rudraksha पहनना आध्यात्मिक जागृति, मानसिक शांति और शिव कृपा का प्रतीक है। जानिए कितने मुखी रुद्राक्ष होते हैं, उनके लाभ क्या हैं और किसे कौन-सा पहनना चाहिए

क्या है रुद्राक्ष?

Close-up of different types of Rudraksha beads Text: रुद्राक्ष एक प्राकृतिक बीज होता है, जो खास पेड़ से प्राप्त होता है और भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है।

किस मुखी से क्या लाभ?

1 मुखी – एकाग्रता, मोक्ष 5 मुखी – स्वास्थ्य व सुरक्षा 7 मुखी – आर्थिक समृद्धि 11 मुखी – आत्मविश्वास व सफलता

श्रावण में रुद्राक्ष पहनने के लाभ

श्रावण में शिव की कृपा पाने का श्रेष्ठ माध्यम है रुद्राक्ष। यह मन को शांत करता है, रोगों से बचाता है और अध्यात्म से जोड़ता है।

कौन पहन सकता है कौन-सा रुद्राक्ष?

विद्यार्थी – 4 या 5 मुखी व्यापारी – 7 मुखी साधक/योगी – 1, 11, या 14 मुखी

कितने प्रकार के होते हैं रुद्राक्ष?

रुद्राक्ष 1 मुखी से 21 मुखी तक होते हैं, लेकिन सबसे आम प्रकार 1 से 14 मुखी हैं|

क्या रुद्राक्ष पहनने के नियम हैं?

मांसाहार से परहेज़ करें नियमित पूजा व मंत्र जाप करें अपवित्र अवस्था में न पहनें रुद्राक्ष को कभी किसी के साथ साझा न करें

रुद्राक्ष: फैशन नहीं, श्रद्धा है

रुद्राक्ष केवल गहना नहीं, यह एक साधना है। युवाओं के बीच इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है, लेकिन इसे केवल ट्रेंड नहीं, आस्था के रूप में पहनें|