कप्‍तान के रुप में क्‍या गुल खिलाएंगे गिल?

खुद के प्रदर्शन का दबाव

कप्तानी के साथ-साथ शुभमन को बतौर बल्लेबाज़ भी खुद को साबित करना होगा, ताकि टीम में उनका नेतृत्व मजबूत दिखे।

सीनियर खिलाड़ियों को लीड करना

रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में टीम को दिशा देना गिल के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।

इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू दबाव

इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ जीत दिलाना और घरेलू प्रशंसकों की उम्मीदों पर खरा उतरना आसान नहीं होगा।

रणनीतिक निर्णयों की कसौटी

कैप्टन के रूप में गिल को फील्ड प्लेसमेंट, बॉलिंग चेंज और रिव्यू जैसी रणनीतियों में कुशलता दिखानी होगी

नई जिम्मेदारी का दबाव

शुभमन गिल पहली बार भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी संभाल रहे हैं। युवा उम्र में यह जिम्मेदारी उन्हें मानसिक रूप से परखने वाली है।

टीम कॉम्बिनेशन का चयन

किसे खिलाना है और किसे बाहर रखना, यह तय करना कप्तान के लिए सबसे कठिन फैसलों में से एक होता है।

टीम स्पिरिट बनाए रखना

नए और युवा खिलाड़ियों के साथ तालमेल बनाना और टीम का मनोबल ऊँचा रखना भी गिल की बड़ी जिम्मेदारियों में से एक है।