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Azamgarh में छेड़खानी के आरोपित की लॉकअप में मौत पर बवाल : गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर किया पथराव, थानाध्यक्ष समेत तीन निलंबित

एसपी हेमराज मीना ने छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराए जाने के कारण आरोपित तनाव में था। देर रात उसने थाने के लॉकअप के शौचालय में अपने पायजामे के नाड़े से फांसी लगाकर जान दे दी। इस मामले में तरवां थानाध्यक्ष, एक सब-इंस्पेक्टर और मुंशी को निलंबित कर दिया गया है।

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Deepak Yadav
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Azamgarh में छेड़खानी के आरोपित की लॉकअप में मौत पर बवाल

Azamgarh में छेड़खानी के आरोपित की लॉकअप में मौत पर बवाल Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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आजमगढ़ जिले के तरवां थाने के लॉकअप में रविवार की रात छेड़खानी के आरोपित का शव फंदे से लटकता मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर, घटना की सूचना मिलते ही सोमवार सुबह परिजनों ने गांव वालों के साथ थाने का घेराव कर खरिहानी-मेहनाजपुर मार्ग पर जाम लगा दिया। परिजनों ने पुलिस पर रुपये मांगने और हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाया। गुस्साए लोगों ने पुलिस की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की है। हालात तनावपूर्ण होने पर एसपी सिटी पांच थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एसपी ने इस मामले में तरवां थानाध्यक्ष सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। घटना को लेकर जबरदस्त तनाव है।

लॉकअप के शौचालय में फंदे से लटकता मिला शव

तरवां थाना क्षेत्र के नूरपुर भंवरपुर उमरी गांव निवासी सनी (21) के खिलाफ गांव की एक युवती ने छेड़खानी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर सनी को 29 मार्च को पकड़कर थाने के लॉकअप में बंद कर दिया था। रविवार रात करीब 12 बजे लॉकअप के शौचालय में उसका शव फंदे से लटकता मिला। इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। पहले तो पुलिस कर्मियों ने घटना को छिपाने की कोशिश की, लेकिन बाद में अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। 

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ग्रामीणों ने खरिहानी-मेहनाजपुर मार्ग किया जाम

इस बीच सनी के गांव में घटना की खबर फैलते ही परिजनों समेत सैकड़ों ग्रामीण तरवां थाने पहुंच गए। उन्होंने थाने का घेराव कर लिया और बाजार में खरिहानी-मेहनाजपुर मार्ग पर जाम लगा दिया। परिजनों ने पुलिस पर युवक को छोड़ने के लिए रुपये मांगने, मारपीट कर हत्या करने और फिर शव को फंदे से लटकाने का आरोप लगाया। हालात बिगड़ने की आशंका पर एसपी सिटी शैलेंद्र लाल पांच थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन लोग  घटना के समय थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई पर अड़ गए। इस बीच गुस्साई भीड़ ने पुलिस की टीम पर पथराव कर दिया। जवाब में पुलिस कर्मियों ने पत्थर फेंककर भीड़ को खदेड़ा।

आरोपित का युवती से था प्रेम-प्रसंग

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एसपी हेमराज मीना ने बताया कि इस मामले में तरवां थानाध्यक्ष, एक सब-इंस्पेक्टर और मुंशी को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने पुलिस पर मारपीट करने और रुपये मांगने के आरोपों को निराधार बताया। एसपी के अनुसार मृतक सनी का गांव की एक युवती के साथ प्रेम संबंध था। बाद में किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। इसके बाद युवती ने सनी के खिलाफ छेड़खानी की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर 29 मार्च को उसे हिरासत में लिया गया था। रविवार को आरोपित युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। आज उसका चालान किया जाना था। छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराए जाने के कारण वह तनाव में था। देर रात उसने थाने के लॉकअप के शौचालय में अपने पायजामे के नाड़े से फांसी लगाकर जान दे दी। बवाल की आशंका के चलते तरवां में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

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