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लोगों को अपने झांसे में फंसाने के लिए जालसाज नित नया फार्मूला निकाल लेते हैं। बरेली के थाना प्रेमनगर इलाके में रहने वाले कुलवीर कुमार से 2 एक्सप्रो ऐप्स में निवेश कर अच्छा रिटर्न देने के का झांसा देकर 11.35 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित ने अपनी रकम लौटाने को दबाव बनाया तो आरोपियों ने डेलापीर मंडी के पास बुलाकर जानलेवा हमला कर दिया। पीड़ित ने शिकायत की तो आईजी के आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
पीड़ित कुलवीर कुमार बरेली शहर के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला जनकपुरी के रहने वाले हैं। करीब दो साल पहले उनकी मुलाकात वहीं जनकपुरी में ही रहने वाले विपिन आनंद उर्फ चीनी से हुई थी। विपिन ने उन्हें किला क्षेत्र में दाऊ जी मंदिर वाली गली में रहने वाले सर्जन कपूर उर्फ शांति और फरीदपुर निवासी संदीप गुप्ता से कराई।
सरकारी आईपीएल की लीगल 2 एक्सप्रो ऐप्स की फ्रेंचाइजी लेने का दिया झांसा
कुलवीर के मुताबिक उनसे आरोपियों ने कहा कि हमने एमसीएक्स की तर्ज पर सरकारी आईपीएल की लीगल 2 एक्सप्रो ऐप्स की फ्रेंचाइजी ली है। इस कंपनी में रुपये लगाने पर कम समय में काफी अच्छा रिटर्न मिलेगा। उनके झांसे में आकर कुलवीर ने 23 अक्टूबर 2023 से नवंबर 2024 तक लगभग आरोपियों को दो लाख रुपये एकाउंट में और 9.35 लाख रुपये नकद दिए। इस तरह कुलवीर ने कुल 11.35 लाख रुपये का निवेश कंपनी में कर दिया।
आरोपियों ने हर महीने रिटर्न देने का किया था वायदा
आरोपी विपिन और उसके साथियों ने हर महीने कुलवीर को रिटर्न देने का वायदा किया था। निवेश के बाद कुछ महीने तक कभी तीन तो कभी पांच हजार रुपये लाभांश के तौर पर कुलवीर के खाते में भेजते रहे। मगर दिसंबर 2024 के बाद रुपये देना बंद कर दिया। कुलवीर ने अपनी मूल रकम 11.35 लाख रुपये लौटाने को कहा, जिस पर आरोपी कई महीने तक झूठा आश्वासन देकर टहलाते रहे। इसके बाद आरोपी धमकियां देने लगे।
सीए से पता करने पर कंपनी फर्जी होने की लगी जानकारी
पीड़ित कुलवीर ने सीए और अन्य लोगों से पता किया तो मालूम हुआ कि 2 एक्सपो एप फर्जी है। यह सरकारी और लीगल नहीं है, न ही किसी सरकारी संस्था में इसका रजिस्ट्रेशन है। इसकी कोई वैधानिकता नहीं है। कुलवीर के मुताबिक इसके बाद जानकारी करने पर उन्हें पता चला कि आरोपियों ने शहर के बहुत सारे अच्छे घरों के पढ़ने-लिखने बच्चों को इसी एप के चंगुल में फंसाकर बर्वाद कर दिया। कई लोग इनकी वजह से आत्महत्या कर चुके हैं।
आरोपी गैंग बनाकर करते हैं ठगी का धंधा, करोड़ों रुपये की खरीदी प्रापर्टी
आरोपी मिलकर अवैध तरीके से धन उपार्जित करने के लिए गैंग बनाकर काम करते हैं। आरोपियों ने अवैध तरीके से बरेली समेत कई शहरों में करोड़ों के फ्लैट और प्लाट अपने घरवालों और रिश्तेदारों के नाम पर ले रखे हैं। समाज के कई लोगों से कहने और दबाव बनवाने के बाद रविवार 27 अप्रैल को आरोपी विपिन आनंद सर्जन कपूर उर्फ शांति, संदीप गुप्ता और रिठौर निवासी सौरभ गुप्ता ने रुपये देने के बाहने कुलवीर को फोन करके डेलापीर मंडी से आगे बड़ी विहार आम के बाग के किनारे बुलाया।
रुपये लौटने के बहने मंडी बुलाया, फिर किया जानलेवा हमला
उनके बहकावे में आकर कुलवीर गए तो उन्हें देखते ही आरोपियों ने घेर लिया और मारपीट करने लगे। जान से मारने की नियत से उनके ऊपर फायर किया, लेकिन गोली उनके पास से होकर निकल गई। कुलवीर जान बचाकर मौके से भागे तो आरोपियों ने काफी दूर तक पीछा किया। वह हाथ नहीं आए तो थाने के आसपास घेराबंदी कर दी। उनके डर की वजह से कुलवीर थाने नहीं गए। उक्त आरोपियों के अलावा तीन अन्य लोग भी थे, जिन्हें सामने आने पर मैं पहचान लूंगा।
आईजी के आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
सोमवार 28 अप्रैल को कुलवीर ने मामले की शिकायत आईजी डॉ राकेश सिंह से की। आईजी के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसमें जनकपुरी निवासी विपिन आनंद उर्फ चीनी, किला दाऊजी के मंदिर वाली गली में रहने वाले सर्जन कपूर उर्फ शांति, इज्जतनगर इलाके के फरीदापुर निवासी संदीप गुप्ता और रिठौर निवासी सौरभ को नामजद किया गया है।