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कृषि विभाग : दफ्तर में कैसे सुरक्षित हों महिलाएं, जब बाबू उनके साथ बाहर चाय पीने जाएं

डिप्टी डायरेक्टर कृषि ने आदेश जारी कर कहा था कि दफ्तर में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। मगर, उनके बाबू ही महिला सहयोगियों से आंख में आंख डालकर बात करते हुए चाय पीते हैं।

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Sudhakar Shukla
डिप्टी डायरेक्टर कृषि कार्यालय

डिप्टी डायरेक्टर कृषि कार्यालय बिलवा नैनीताल रोड बरेली

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बरेली, वाईबीएन संवाददाता। 

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15 दिन पहले डिप्टी डायरेक्टर कृषि अभिनंदन सिंह ने अपने ऑफिस के कर्मचारियों के लिए एक आदेश निकाला था। उसमें कहा गया था कि कुछ कर्मचारियों का महिला सहयोगियों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं है। कृषि विभाग के फील्ड और ऑफिस कर्मचारी उनके दफ्तर में महिला कर्मियों के साथ कुर्सी पर बैठकर बिना मतलब की बातें करते हैं। कृषि विभाग की महिलाएं दफ्तर में सुरक्षित नहीं हैं। मगर, डिप्टी डायरेक्टर के आदेश का उनके ऑफिस कर्मचारियों पर कोई असर नहीं पड़ा। वहां अब भी वही सब हो रहा है, जो आदेश जारी होने से पहले था। डीडी दफ्तर के एक घूसखोर बाबू अब भी अपने दफ्तर की महिला कर्मचारी के साथ न केवल पूरे दिन आंख में आंख डालकर बातें करते हैं बल्कि उनके साथ दफ्तर के बाहर दुकान पर चाय पीने जाते हैं। यह चर्चा का विषय है। कृषि विभाग के स्टाफ को आशंका है कि डीडी दफ्तर में किसी भी दिन अचानक प्रेम प्रसंग के मामले में बड़ी घटना हो सकती है।

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डिप्टी डायरेक्टर कृषि का दफ्तर नैनीताल रोड पर बिलवा में है। दफ्तर में लगभग 20 कर्मचारियों का स्टाफ है। इनमें तीन से चार महिला कर्मचारी हैं। ज्यादातर महिला कर्मचारी नियमित दफ्तर में आकर अपना काम निपटाती हैं। मगर, ऑफिस की एक महिला कर्मचारी की ड्यूटी फील्ड में है। मगर, वह महिला कर्मचारी फील्ड में न जाकर पूरे दिन दफ्तर में ही जमी रहती है। खास बात यह है कि ये महिला कर्मचारी डीडी कृषि के दफ्तर के ही अपने साथी कनिष्ठ सहायक के पास कुर्सी डालकर बैठती है। दोनों पूरे दिन एक दूसरे की आंखों में आंखें डालकर खुसुर-फुसर तरीके से न जाने क्या गुपचुप बातें करते हैं। दोनों के बीच लंबे समय से क्या चल रहा है? यह किसी को नहीं पता।  डिप्टी डायरेक्टर भी अपने कमरे में कुर्सी पर बैठकर सीसीटीवी में दोनों की गतिविधियां देखते हैं। मगर, वह संकोचवश दोनों से कुछ कह नहीं पाते। इसलिए, पिछले दिनों उन्होंने यह आदेश निकाला था कि उनके दफ्तर में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। उस आदेश में डीडी ने महिला कर्मियों से शाम होते ही ऑफिस छोड़ने का फरमान भी जारी किया था। 

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बाबू की पत्नी है टीचर, फिर भी सहकर्मी से दोस्ती 

 सूत्र बताते हैं कि कनिष्ठ सहायक की तो शादी भी हो चुकी है। उनकी पत्नी भोजीपुरा ब्लॉक के एक गांव में टीचर हैं। मगर, टीचर की पत्नी को अपने पति की ऑफिस में होने वाली हरकतों के बारे में पता नहीं है। लेकिन, कनिष्ठ सहायक बाबू जी का हाल यह है कि वह अपनी पत्नी से छुपाकर ऑफिस की महिला सहयोगी के साथ अक्सर ऑफिस में गुटर गूं करते हैं और साथ में कई बार चाय पीते हैं। जब ऑफिस में चाय कम पड़ जाती है तो दोनों बाहर दुकान पर भी चाय पीने एक साथ ही जाते हैं। महिला कर्मी और कनिष्ठ सहायक के बीच दोस्ती गहरी करने में एक दूसरे बाबू भी साथ दे रहे हैं। इन बाबू की मूल पोस्टिंग संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर बिलवा में ही है। लेकिन उनका अटैचमेंट डीडी दफ्तर में नियमविरुद्ध है। कृषि विभाग के स्टाफ के बीच कनिष्ठ सहायक और महिला कर्मचारी के बीच दिन पर दिन गहरी होती दोस्ती फिलहाल चर्चा का विषय बनी हुई है। डिप्टी डायरेक्टर अभिनंदन सिंह अपने ऑफिस में होने वाली इस तरह की गतिविधियों से परेशान हैं। 

 

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