/young-bharat-news/media/media_files/2025/05/02/Fx872O11cgTcQYl2lTP2.jpeg)
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
जनपद मुख्यालय से राजकीय कृषि गोदामों में 05 फरवरी 2025 में किसानों को मुफ्त में बांटने के लिए मक्के का 120 कुंतल बीज भेजा गया था। बीज वितरण की जिम्मेदारी जिला कृषि अधिकारी के सुपरवीजन में होनी थी। मगर, डीएओ दफ्तर के ही 22 साल से जमें एक घाघ बाबू (जिसका तबादला बीते साल 29 जून को कृषि रक्षा विभाग में हो चुका है) ने गोदाम इंचार्जों से मिलकर उसे खुले बाजार में बिकवा दिया। बीज दुकानदारों को खुले बाजार में बेचने का सुपरवीजन भी जिला कृषि अधिकारी ने ही किया। अब जब इसका खुलासा हुआ तो मैडम ने आंवला गोदाम इंचार्ज से पूछा- मक्के का बीज खुले बाजार में बिकने की बात लीक कैसे हुई। सब काम गोपनीय तरीके से करना था। पता लगाओ कि कौन कर्मचारी गोपनीय चीजों को बाहर लीक कर रहा है।
बरेली में मक्का की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए योगी सरकार ने किसानों को प्रदर्शनी लगाकर 11 ब्लॉकों में 120 कुंतल संकर प्रजाति का बीज भेजा था। किसानों को मक्के का बीज निशुल्क वितरण की जिम्मेदारी जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी को दी गई थी। जिला कृषि अधिकारी ने 11 राजकीय बीज गोदामों पर 120 कुंतल बीज किसानों को प्रदर्शनी लगाकर मुफ्त में बांटने के निर्देश भी पांच फरवरी 2025 को जारी किए। सूत्रों के अनुसार गोदामों पर पहुंचते ही मक्के का पूरा बीज बिना प्रदर्शनी लगाए गोदाम प्रभारियों ने 280 रुपए प्रति कुंतल की दर से बाजार में बेंचकर पांच से साढ़े पांच लाख रुपए की ऊपरी कमाई कर ली। मक्के के बीज से होने वाली ऊपरी कमाई गोदाम प्रभारियों से लेकर कृषि विभाग के बाबू और अफसरों तक बंट गई। कागजी खानापूरी करके उस बीज का वितरण किसानों को दिखाकर काम खत्म हो गया। जब इस मामले में जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी से बात करने के लिए कृषि विभाग के सीयूजी नंबर पर संपर्क किया तो उन्होंने पहले तो कॉल रिसीव नहीं की। जब बमुश्किल कॉल रिसीव हुई तो मीटिंग में हूं का बहाना बनाकर बोलीं- दिखवाएंगे।
रामनगर गोदाम प्रभारी से पूछा-
बीज के बाजार में बिकने की बात लीक कैसे हुई
सूत्रों के अनुसार जिला कृषि अधिकारी ने रामनगर राजकीय बीज गोदाम प्रभारी यज्ञदेव शर्मा से फोन करके पूछा-मक्का का बीज तो फरवरी में गोदामों पर गया था। वह बीज दुकानदारों को बिकने की बात लीक कैसे हुई। तब गोदाम प्रभारी ने मैडम को जवाब दिया-ऐसी कोई बात नहीं है। उनके स्तर पर कोई बात लीक नहीं हुई है। किसी और गोदाम प्रभारी ने मीडिया को यह बात लीक कर दी हो तो मैं नहीं कह सकता। हो सकता है कि आपके जिला मुख्यालय से ही किसी ने मक्का का बीज ब्लैक में बिकने की बात लीक कर दी हो। डीएओ मैडम ने गोदाम प्रभारी को फटकार लगाते हुए कहा कि तुम लोगों की वजह से यह सब बातें जा रही हैं। अबकी बार जो भी बीज किसानों के लिए भेजा जाए। उसे गोपनीय तरीके से बेचना। अगर बात लीक हुई तो एक-दो पर कार्रवाई करनी पड़ेगी।
पेड बाई मी की रकम वापस नहीं कर रहे गोदाम प्रभारी
रामनगर राजकीय गोदाम प्रभारी यज्ञदेव शर्मा समेत एक दर्जन से ज्यादा गोदाम इंचार्ज पेड बाईमी के लाखों रुपए के घपले में दोषी करार दिए गए हैं। इसी घपले में पूर्व जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र चौधरी के निलंबन की संस्तुति सीडीओ बरेली जग प्रवेश शासन को कर चुके हैं। अब तक किसी भी गोदाम प्रभारी ने पेड बाई मी की रकम कृषि विभाग को वापस नहीं की। न ही अफसरों ने गोदाम प्रभारी पर कार्रवाई की। इसकी वजह यह है कि इसी घपले में पूर्व जिला कृषि अधिकारी भी फंसे हैं। मगर, इसके बाद भी रामनगर गोदाम प्रभारी समेत ने मक्के का बीज दुकानदारों को खुले में बेच दिया। सूत्रों के मुताबिक यज्ञदेव शर्मा बीज की कालाबाजारी के मुखिया हैं। कृषि विभाग के बाबुओं ने इनको ही बीज खुले बाजार में बेचकर रकम इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपी है। इनको बाकी गोदाम इंचार्जों से पैसा वसूलकर कृषि विभाग में पहुंचाना है।