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बरेली में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के उत्तर प्रदेश महासचिव नदीम कुरैशी ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों को सुनियोजित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने मॉब लिंचिंग की घटनाओं के लिए विशेष रूप से बजरंग दल को जिम्मेदार ठहराया और उस पर तत्काल प्रतिबंध लगाए जाने की मांग सरकार से की।
भीड़ का इस्तेमाल कर मुस्लिम समुदाय के लोगों को बनाया जा रहा निशाना
बरेली में मीडिया से बातचीत करते हुए नदीम कुरैशी ने कहा कि “देश में जिस तरह भीड़ का इस्तेमाल कर मुस्लिम समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, वो बेहद निंदनीय है। कई घटनाओं में हिंदूवादी संगठन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की भूमिका सामने आई है, लेकिन सरकार इन घटनाओं पर चुप्पी साधे है। यह चुप्पी सरकार की नीयत पर सवाल उठाती है।”
सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा रहे शरारती
नदीम कुरैशी ने कहा कि आए दिन सोशल मीडिया और समाचार पत्रों के माध्यमों के जरिए ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जिनमें मुसलमानों को सिर्फ उनकी पहचान के आधार पर निशाना बनाया गया है। यह न सिर्फ संविधान के खिलाफ है, बल्कि देश के सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
बकरीद पर विशेष सतर्कता बरते प्रशासन
बकरीद को लेकर नदीम कुरैशी ने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि त्योहार को शांतिपूर्ण और भाईचारे के माहौल में मनाए जाने को सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि कुर्बानी के लिए लोग बाजारों से जानवर खरीदकर ला रहे हैं। इस दौरान कई बार असामाजिक तत्व उन्हें परेशान करते हैं। पुलिस को ऐसे मामलों पर सतर्कता बरते और मुस्लिम समुदाय के लोगों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
कुर्बानी एक धार्मिक परंपरा है
उन्होंने यह कहा कि कुर्बानी एक धार्मिक परंपरा है, जिसे संविधान द्वारा मिले धार्मिक अधिकारों के तहत मनाया जाता है। "सरकार और प्रशासन का दायित्व है कि वह लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता और सुरक्षा दोनों प्रदान करे। मगर प्रशासन अपना दायित्व पूरी तरह नहीं निभा रहा है, जिससे घटनाएं सामने आ रही हैं।