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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के सरताज बनने पर पूरे भारत में जो जश्न का माहौल बना वह शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। कांटे की टक्कर के बीच जैसे ही भारत विजयी रथ पर सवार होता चला गया देश में उल्लास बढ़ता चला गया। अंत के कुछ पलों में जैसे ही भारत ने जीत का स्वाद चखा पूरा देश उल्लास में डूब गया।
हर तरफ पटाखों की गूंज सुनाई देने लगी। बधाइयों का तांता लग गया। भारत की न्यूजीलैंड पर ऐतिहासिक जीत सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी। हर किसी के मन में एक ही भाव था, मानों वह कोई बड़ी जंग जीतकर लौटा हो। यह हाल बरेली का था। जहां कुछ आंखे नम थीं तो कुछ में खुशी के आंसू थे। यह सम्मान था देश के खिलाड़ियों के लिए जिन्होंने कठिन परिस्थितियों से टीम को उबारा।
एक दशक से भी ज्यादा इंतजार के बाद भारत की झोली में यह जीत आई है। इस पल ने पूरे देश को उत्साह और उल्लास से भर दिया। तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का परचम लहरा रहा था। पलपल बदलते समीकराणों के बीच भारत के चैंपियन बनने की औपचारिक घोषणा होने से पहले ही बधईयों का तांता लग गया।
निवर्तमान विधायक राजेश कुमार मिश्रा पप्पू भरतौल की बेटे हिमांशु मिश्र उर्फ विक्की भरतौल ने भी भारतीय टीम की जीत पर बधाई दी