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मुरादाबाद मंडलीय कृषि गोष्ठी में खाली पड़ी कुर्सियां, बरेली से नहीं पहुंचे किसान
वाईबीएन संवाददाता बरेली।
डिप्टी डायरेक्टर कृषि कार्यालय में किसान गोष्ठी कराने के लिए भोजीपुरा के विभागीय असिस्टेंट टेक्नोलॉजी मैनेजर (एटीएम) अशोक गंगवार ने अपनी पत्नी के नाम से फर्म बनाकर नियम विरूद्ध टेंडर डाल दिया। उसके बाद मुरादाबाद और बरेली की संयुक्त कृषि गोष्ठी में बरेली से बस में किसान लेकर नहीं गए। फर्जी पेमेंट कराने की जोड़ तोड़ जारी है। मगर, अब ये मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया है। उसके बाद इस प्रकरण की जांच शुरू हो गई है।
डिप्टी डायरेक्टर कृषि कार्यालय से संबद्ध भोजीपुरा केंद्र पर अशोक गंगवार असिस्टेंट टेक्नोलॉजी मैनेजर (एटीएम) पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी पत्नी नीलम के नाम से यू क्यू नामक फर्म बना रखी है। इसके अलावा इनकी कुछ अन्य फर्मों का भी रिश्तेदारों के नाम से पंजीकरण है। अपनी पत्नी के नाम से पंजीकृत यू क्यू फर्म का इन्होंने अपने ही नाम से जॉइंट अकाउंट भी बड़ौदा पश्चिमी ग्रामीण बैंक में खुला रखा है। सूत्रों के अनुसार ये किसानों से जुड़ी योजनाओं पर विभागीय काम न करके दिन रात बाबुओं सी कमीशन सेट करके अपने विभाग के टेंडर हथियाने में लगे रहते हैं। सूत्रों की माने तो अस्सिटेंट टेक्नोलॉजी मैनेजरअशोक गंगवार बीते छह साल से अपनी पत्नी की फर्म पर विभागीय बाबू और अफसरों की सांठ गांठ से टेंडर हासिल करके करोड़ों रुपए का फर्जी पेमेंट कराकर बड़ा गोलमाल कर चुके हैं। इधर कृषि विभाग के नए टेंडर हासिल करके फिर घपला करने की तैयारी में जुट गए हैं। बीते दिनों यह मामला पोर्टल के जरिए सीएम तक पहुंच गया है। उसके बाद इनकी फर्म की जांच शुरू हो गई है। वहीं दूसरी ओर कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अगर जांच में विभागीय कर्मचारी पर पत्नी के नाम से टेंडर लेने के आरोप सही पाए गए तो फर्म को ब्लैक लिस्टेड घोषित करते हुए कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी