/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/25/cyK1RYKMzP3B3gPCzDBx.jpg)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
श्री शिरडी साई खाटू श्याम सर्वदेव मंदिर, श्यामगंज में चैत्र मास कृष्ण पक्ष की पापमोचनी एकादशी (25 मार्च 2025, मंगलवार) के पावन अवसर पर बाबा श्याम का दिव्य, अद्भुत एवं अलौकिक श्रृंगार किया गया। इस विशेष अवसर पर मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया, जिसमें कोलकाता, बैंगलोर और दिल्ली से मंगाए गए फूलों की मालाओं का उपयोग किया गया। बाबा श्याम के भक्तों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ उनकी आराधना की। मंदिर महंत पंडित सुशील कुमार पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन भक्तों की असीम श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है।
मंदिर के महंत पंडित सुशील कुमार पाठक ने बताया कि बाबा श्याम का दिव्य श्रृंगार कोलकाता, बैंगलोर और दिल्ली से मंगाए गए विशेष फूलों की मालाओं से किया गया। मंदिर सेवा समिति द्वारा इस भव्य श्रृंगार की व्यवस्था की गई।
पापमोचनी एकादशी के अवसर पर श्याम भजन एवं कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने झूम-झूमकर भक्ति का आनंद लिया। बाबा श्याम के दरबार में श्रद्धालुओं ने आरती, भजन और गुणगान के माध्यम से आस्था प्रकट की। सायं 06:30 बजे से श्याम गुणगान प्रारंभ हुआ, जो श्याम इच्छा तक चलता रहा। भजन गायकों सोनल चंचल, अभिराज सिंह मोहन दीवाना और प्रियंका चौहान ने अपनी सुमधुर आवाज से भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
इस पावन अवसर पर मंदिर को फूलों और रंगीन गुब्बारों से विशेष रूप से सजाया गया। बाबा श्याम के दर्शन मात्र से भक्तों की सभी परेशानियां दूर होती हैं और असीम शांति की अनुभूति होती है।
इस शुभ अवसर पर पंडित सुशील पाठक, संजय आयलानी, अनुपम टीबडेबाल, नरेंद्र मित्तल (टिल्लू भैया), धर्मेंद्र सिंह तोमर, सविता अग्रवाल, अनूप कुमार, भावना अग्रवाल, अंकुर गुप्ता, बेनीराम प्रजापति, इंद्र प्रीति सिंह, रामबहादुर प्रजापति, इंद्रेश जी, शिवांगी, नीरज अग्रवाल, शोभित श्रीवास्तव, दीपक कुमार, अंकुश अग्रवाल, सविता जी, राजेंद्र अरोरा, मीनू अरोरा, मनोज गुप्ता, जगमोहन, पवन मौर्य, खुशबू सिंह प्रजापति, काजल, कोमल, महेंद्र प्रजापति, अनुशील पाठक समेत सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे और भजनों का आनंद लिया।