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बदायूं : फाइनेंस कंपनी के एजेंटों को भेजा जेल, भूमिगत हुए निदेशक

निवेशकों के अरबों रुपये डकारने के आरोपी अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड कंपनी के निदेशक शशिकांत और सूर्यकांत भूमिगत हो गए हैं। निवेशक अपनी रकम पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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निवेशकों के अरबों रुपये डकारने के आरोपी अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड कंपनी के निदेशक शशिकांत और सूर्यकांत भूमिगत हो गए हैं। निवेशक अपनी रकम पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इस बीच गिरफ्तार किए गए कंपनी के चार एजेंटों मोहल्ला चौधरी सराय निवासी विजेंद्र मौर्य, गांधी नगर निवासी कमल बाबू मौर्य, मीरा सराय निवासी अवनीश मौर्य व शहबाजपुर निवासी अरविंद मौर्य से पूछताछ के बाद कोतवाली पुलिस ने उनको अपर सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में पेश किया। वहां से चारों को जेल भेज दिया गया।
मध्यम वर्गीय परिवार मकान बनाने, बच्चों की पढ़ाई और शादी आदि के लिए बड़ी रकम एक साथ इकट्ठा नहीं कर पाते। ऐसे लोगों को मोटे मुनाफे का झांसा देकर अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड कंपनी ने रुपये जमा कराए थे। एजेंटों ने निवेशकों को रकम दोगुना करने का भी झांसा दिया था। निवेशकों से अरबों रुपये जमा कराने के बाद कंपनी अचानक भाग गई। इससे परेशान हजारों निवेशक इधर-उधर भटक रहे हैं। शुक्रवार को भी 50 से अधिक लोगों ने कोतवाली पहुंचकर तहरीर दी। 


एजेंटों के परिजन काटते रहे अधिकारियों के चक्कर 


शहर में कंपनी के सौ से अधिक एजेंट हैं। इनमें से अधिकतर घर से भाग गए हैं। हालांकि, परिजन उन्हें निर्दोष बता रहे हैं। शुक्रवार को एसएसपी कार्यालय पहुंची महिलाओं ने शिकायती पत्र देकर कहा कि रकम तो निदेशकों ने हड़पी है। उनको पुलिस पकड़ नहीं रही है। कमीशन पर काम करने वाले एजेंटों को पकड़कर खानापूरी की जा रही है। यह गलत है। इधर, निदेशकों सहित चार अन्य नामजद आरोपी अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं। उन्होंने अपने फोन बंद कर लिए हैं। एसआईटी ने बृहस्पतिवार को भी निदेशकों की तलाश में कई जगह दबिश दी, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लग सका। सूत्रों के मुताबिक, कंपनी को दिवालिया घोषित कराने के लिए निदेशक लखनऊ व प्रयागराज के चक्कर काट रहे हैं। 
एजेंटों ने रुपये लिए, पर कंपनी में जमा नहीं किए
इंस्पेक्टर कोतवाली प्रवीन कुमार ने बताया कि जेल भेजे गए चारों एजेंटों ने निवेशकों से रुपये तो लिए, लेकिन कंपनी में जमा नहीं किए। करीब 250 से अधिक तहरीर अब तक कोतवाली पहुंच चुकीं हैं। जो आरोप हैं, उसी के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि
निवेशकों की तहरीर लगातार पहुंच रहीं हैं। उसी के आधार पर रिपोर्ट में नाम शामिल किए जा रहे हैं। जल्द ही निदेशकों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

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