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कांवड़ियों की संख्या में रविवार रात वृद्धि हो जाने से कछला से लेकर उझानी तक यातायात व्यवस्था फेल हो गई। इसकी वजह हालांकि कांवड़ियों के डीजे लगे वाहन ही बने, लेकिन जाम में फंसे वाहनों की कतार पांच किलोमीटर तक पहुंच गई। करीब तीन घंटे तक कांवड़ियों को दोनों ओर निकलने का मौका नहीं मिल पाया।
कांवड़ियों के मुख्य मार्ग पर जाम की शुरूआत रविवार रात में करीब दो बजे हुई। डीजे साउंड सिस्टम लगे वाहन कछला चौराहे के पास बेतरतीब निकलने शुरू हुए तो कांवड़ियों की ट्रैक्टर- ट्रॉलियां भी फंस गईं। कांवड़ियों की टोलियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाया। कांवड़ियों की वाहनों की संख्या भी बढ़ती गई। चौराहे से वितरोई मोड़ तो दूसरी तरफ पुलिस चौकी के सामने तक जाम लग गया। करीब पांच किलोमीटर इलाके में वाहन फंसे रहे। बदायूं निवासी कांवड़ियों में सुनील कुमार ने बताया कि जाम के दौरान महज दो- तीन पुलिस कर्मी ही नजर आए। सोशल मीडिया हैंडल एक्स के जरिये हाईवे पर जाम का मामला मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया। इसके बाद हरकत में आए पुलिस फोर्स ने हस्तक्षेप तो किया, लेकिन यातायात पूरी तरह सुचारू नहीं हो पाया। जाम से बाहर निकलने की कोशिश में जुटे कांवड़ियों के बीच आपस में कहासुनी भी हो गई। इंस्पेक्टर गुड्डू सिंह ने बताया कि जाम कुछ देर तक लगा था। पुलिस कर्मियों ने ही आवागमन सुचारू कराया। बता दें कि बदायूं से कछला गंगाघाट तक यातायात व्यवस्था सुचारू रखने को भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है, फिर रात में अधिकतर ड्यूटी प्वाइंटों पर पुलिस कर्मी नजर नहीं आते हैं।
मक्का लदे वाहनों के बीच होकर निकले कांवड़िये
बुर्राफरीदपुर के शिव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए सोमवार तड़के से ही कांवड़ियों के जाने का सिलसिला शुरू हो गया। अढौली फाटक के पास कादरचौक रोड की दोनों लेन पर खड़े मक्का लदे वाहनों की वजह से कांवड़ियों को सबसे ज्यादा दिक्कत हुई। पैदल कांवड़ यात्रा में शामिल कांवड़िये तो वाहनों के बीच से होकर निकल गए, लेकिन बाइक, कार और ई- रिक्शा सवार कांवड़ियों को खेतों से होकर निकलना पड़ा।
सोमवार सुबह भी कछला तिराहे के पास जाम लग गया। देखते ही देखते जाम में फंसे कांवड़ियों की संख्या सैकड़ों में हो गई। बाइक सवार कांवड़ियों को शिवालयों की ओर निकलने का मौका नहीं मिल पाया। जाम में फंसे बदायूं के चंद्रमोहन ने बताया कि चौराहे पर पुलिस कर्मी भी नहीं थे। इसके बाद अधिकतर बाइक सवारों ने उझानी के रास्ते बदायूं तक पहुंचने को कछला चौराहे से ननाखेड़ा और भूड़ा- भदरौल मार्ग को चुना। इस वजह से कांवड़ियों को करीब आठ किलोमीटर का सफर अधिक तय करना पड़ा।