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बदायूं : अब माध्यमिक विद्यालयों में भी चलेंगी लर्निंग आउटकम कक्षाएं

परिषदीय विद्यालयों की तर्ज पर अब जनपद में माध्यमिक के 39 राजकीय व 41 सहायता प्राप्त विद्यालयों में भी लर्निंग आउटकम कक्षाएं चलेंगी। लर्निंग आउटकम यानी सीखने के अलग-अलग तरीके।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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परिषदीय विद्यालयों की तर्ज पर अब जनपद में माध्यमिक के 39 राजकीय व 41 सहायता प्राप्त   विद्यालयों में भी लर्निंग आउटकम कक्षाएं चलेंगी। लर्निंग आउटकम यानी सीखने के अलग-अलग तरीके। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद लखनऊ से आई लर्निंग आउटकम पाठ्य सामग्री से कक्षा नौ व दस के छात्र-छात्राओं को शिक्षक पढ़ाएंगे।

बातचीत से और काम करते हुए आदि तरीकों से भी सीखते हैं

लर्निंग आउटकम का मतलब है कि बच्चों ने किसी विषय में कितना ज्ञान अर्जित किया है, उसका समय-समय पर मूल्यांकन कर पता लगाया जा सके कि बच्चे सुनकर, पढ़कर, खेलकर, बातचीत से और काम करते हुए आदि तरीकों से भी सीखते हैं। इस तरह सीखने में उनके व्यवहार में परिवर्तन आते हैं। अभी तक लर्निंग आउटकम बेसिक शिक्षा विभाग में ही संचालित था, लेकिन पहली बार इसे माध्यमिक शिक्षा विभाग में भी चलाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए जनपद में लर्निंग आउटकम की लगभग 100 पुस्तकें भी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में आ गई हैं।

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प्रत्येक विद्यालय को एक पुस्तक दी जाएगी। एक पुस्तक डीआईओएस कार्यालय और पांच पुस्तकें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट में भिजवाई जानी हैं। लर्निंग आउटकम पुस्तकों से कक्षा नौ व 10 के विद्यार्थियों को अंग्रेजी, गणित व विज्ञान विषय आसानी से पढ़ाकर समझाया जा सकेगा। जिला विद्यालय निरीक्षक लालजी यादव ने बताया कि लर्निंग आउटकम की 100 पुस्तकें प्राप्त हो गई हैं। सभी प्रधानाचार्य को निर्देशित किया गया है कि वह पुस्तक को कार्यालय से मंगवाकर लर्निंग आउटकम के तहत ही कक्षा नौ व 10 को के बच्चों को पढ़ाएं। उन्होंने बताया कि पहली बार लर्निंग आउटकम से बच्चों को पढ़ाए जाने के निर्देश मिले हैं। बताया कि  इनमें केवल 39 राजकीय व 41 सहायता प्राप्त विद्यालयों को ही शामिल किया गया है।

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