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बदायूं : प्रदीप जैन ने निवेशकों के खिलाफ दी तहरीर, धोखाधड़ी कर बेचे थे दो माकन

अमर ज्योति यूनिवर्स लिमिटेड के निदेशकों व उनके परिवार ने प्रापर्टी डीलर प्रदीप जैन को धोखा देकर शहर दो संपत्तियां बेच दीं। प्रदीप ने एसएसपी को डाक के माध्यम से शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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अमर ज्योति यूनिवर्स लिमिटेड के निदेशकों व उनके परिवार ने प्रापर्टी डीलर प्रदीप जैन को धोखा देकर शहर दो संपत्तियां बेच दीं। प्रदीप ने एसएसपी को डाक के माध्यम से शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। तहरीर को पुलिस ने विवेचना में शामिल किया है।
मालगोदाम रोड निवासी प्रदीप कुमार जैन ने एसएसपी को भेजे शिकायती में बताया कि जिला बरेली के  मुहल्ला कटरा चांद खां निवासी श्रीकांत, अपने भाई राशीकांत, सूर्यकांत उनके पास आए। उन्होंने बदायूं शहर में कुछ परिवार की संपत्तियों को बेचने की बात कही। कहा कि जमीनों पर कोई विवाद नहीं है। प्रदीप को बताया कि जमीन के बाकी हिस्सेदार बरेली व अन्य जगहों पर रहते हैं। यह लोग भी अपना हिस्सा बेचना चाहते हैं। भरोसा दिलवाने के लिए माया देवी पत्नी नारायण सिंह, रीता देवी पत्नी हजारीलाल, पदमारानी पत्नी नरेंद्र पाल, वंदना पत्नी सुरेंद्र, नीरज पत्नी नारायण सिंह से फोन पर बात करवाकर एक पावर ऑफ एटार्नी दिखायी। इन सभी बातों का भरोसा कर प्रदीप ने एसकेएमएस ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर मोहल्ला नहर खां सराय में 83.31 वर्ग मीटर मकान के लिए 17.80 लाख रुपये देकर श्रीकांत से ले लिया। बैनामा कराने के बाद जब प्रदीप मकान में कब्जा लेने गया तो वहां प्रेमा देवी का कब्जा था। प्रेमा देवी ने बताया कि श्रीकांत ने उन्हें 25 सितंबर 2019 को कब्जा दिया है। इसी तरह मोहल्ला नहर खां सराय शेखपुर रोड में 205.4 वर्ग मीटर जमीन का 76.20 लाख रुपये में तय हुआ।

सभी हिस्सेदारों की ओर से बैनामे श्रीकांत ने किए थे

प्रदीप ने इस जमीन को तीन बैनामों के माध्यम से खरीदा। सभी हिस्सेदारों की ओर से बैनामे श्रीकांत ने किए थे। प्रार्थी को बाद में पता चला कि यह संपत्ति सीतारामजी महाराज और शिवजी महाराज के नाम पर है। जिसमें श्रीकांत का नाम एहतमाम के रूप के दर्ज है। यह संपत्ति विवादित है। इसके बाद प्रदीप को ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उसने श्रीकांत, सूर्यकांत व अन्य लोगों से संपर्क किया, लेकिन बात नहीं हो सकी। इस पर प्रदीप ने चेक से हुए भुगतान को रुकवा दिया। इसके बाद प्रदीप ने रुपये वापस मांगने के लिए कोर्ट से नोटिस भी भिजवाया, लेकिन उसका जवाब नहीं मिला।

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प्रदीप ने शिकायती पत्र में यह भी बताया कि उन्हें जानकारी हुई कि श्रीकांत, शशिकांत व अन्य लोग अमर ज्योति यूनिवर्स लिमिटेड के माध्यम से जमाकर्ताओं के रुपये लेकर भाग गए हैं। अब प्रदीप ने एसएसपी को डाक के माध्यम से शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। एसएसपी डॉ.बृजेश कुमार सिंह का कहना है कि अभी मेरे पास कोई तहरीर नहीं आई है।

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