/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/28/UDemuqjkZGIcMA4tgEh8.jpg)
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली शहर के बिल्डर सर्वजीत सिंह बख्शी और टयूलिप टॉवर के मालिक को लाशों के ढेर लगाकर 80 लाख रुपये की रंगदारी मांगने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बताते हैं कि आरोपी ने बिलवा में करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी। इस मामले में बिल्डर के खिलाफ दो झूठी एफआईआर भी दर्ज कराई गई थीं। भोजीपुरा पुलिस ने आरोपी खुर्शीद को गिरफ्तार कर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
शहर की मॉडल टाउन कॉलोनी में रहने वाले सर्वजीत सिंह ने 24 दिसंबर 2022 को भोजीपुरा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। उनका आरोप था कि खुर्शीद खां और उसके साथियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार करके उनकी जमीन पर कब्जा करने की साजिश रची और उनसे 80 लाख की रंगदारी मांगी। खुर्शीद ने पिछले साल जमीन के फर्जी कागजात बनवाकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया था, जिसकी वजह से उन्हें जेल जाना पड़ा था।
15 नवंबर 2011 को बिलवा में खरीदी थी जमीन
सर्वजीत के मुताबिक उनकी कंपनी और सहयोगी कंपनी मैसर्स सरस्वती पैडी प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने 15 नवंबर 2011 को गांव बिलवा में 5.7650 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी। उन्होंने यह जमीन आलोक कुमार गोयल से खरीदी गई थी, जो स्व जय प्रकाश उर्फ जगदीश के इकलौते वारिस हैं। वर्तमान में इस जमीन पर बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा प्रमाणित कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है।
16 जनवरी 2011 को कोतवाली में दर्ज हुई थी एफआईआर
आरोप है कि मंजू गंगवार और अंजू गंगवार ने जय प्रकाश उर्फ जगदीश नाम के एक फर्जी व्यक्ति के नाम पर 31 अक्टूबर 2010 को जमीन का बैनामा करा लिया था। इस फर्जीवाड़े के खिलाफ 16 जनवरी 2011 को कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई थी। विवेचना में यह साबित हो गया कि असली जय प्रकाश की मृत्यु 1983 में हो चुकी थी। उनके बेटे आलोक कुमार गोयल ही जमीन के असली मालिक हैं। बावजूद इसके मंजू और अंजू ने फर्जी एग्रीमेंट के जरिए सर्वजीत की कंपनी से पैसे ऐंठने की कोशिश जारी रखी।
21 दिसंबर 2022 को खुर्शीद खां और साथियों ने किया था हमला
17 अक्टूबर 2022 को खुर्शीद खां, भुक्सा, भूरा, मोमिन खां, भूरा खां और बाबू ने सर्वजीत की कॉलोनी “अर्बन वाटिका” में घुसकर गार्ड और कर्मचारियों को धमकाया। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने मंजू और अंजू गंगवार से जमीन का 1/3 हिस्सा एग्रीमेंट पर लिया है। इसके बाद आरोपियों ने 80 लाख रुपये की रंगदारी मांगी और धमकी दी कि अगर पैसा नहीं दिया तो कॉलोनी का काम बंद करवा देंगे और लाशों का ढेर लगा देंगे। 21 दिसंबर 2022 को खुर्शीद खां और उसके 20-25 साथी डंडे, अवैध हथियारों और जेसीबी के साथ कॉलोनी में घुसे। उन्होंने दीवारें तोड़ दीं और कर्मचारियों से मारपीट की। इस मुकदमे में मंजू गंगवार, अंजू गंगवार फरार चल रहे हैं।