बरेली, वाईबीएन संवादाता
बरेली में तैनात पावर कारपोरेशन के अधिशासी अभियंता महावीर सिंह 33 केवी वर्टिकल को प्रबंध निदेशक ने निलंबित कर दिया है। उन पर घूस लेने और महिला कर्मियों से अभद्र चेटिंग करने का आरोप है। उन्हें बरेली से हटाकर मुख्य अभियंता कार्यालय अयोध्या से संबद्ध कर दिया गया है। निलंबन के दौरान उन्हें जीवन यापन के लिए भत्ता दिया जाएगा।
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की प्रबंध निदेशक रिया केजरीवाल की ओर से जारी आदेश के अनुसाल बरेली में तैनात अधिशासी अभियंता महावीर सिंह के कई वीडियो और चैट वायरल हुए, जिनमें वह रुपये लेते दिख रहे हैं। उनकी महिला कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ अभद्र चैट भी वायरल हुई थी।
खुद के बुन जाल में फंस गए अधिशासी अभियंता
अधिशासी अभियंता महावीर सिंह खुद के बुने जाल में फंस गए। दरअसल उन्होंने अपने कमरे में सीसीटीवी कैमरे लगवाए, जिसमें वह खुद ही घूस के रुपये लेते हुए कैद हो गए थे। उन्होंने इस मामले में सफाई देने की कोशिश भी की थी। कहा कि उन्होंने जो रुपये लिए थे, वह पावर कारपोरेशन के गुरुजी के यहां होने वाले अनुष्ठान के लिए थे।
पावर कॉरपोरेशन की छवि हो रही थी खराब
मगर उनकी यह बात किसी हजम नहीं हुई। इसके बाद उनका फाइल पर साइन करने के बदले लिफाफा लेते हुए वीडियो वायरल हो गया। एक के बाद एक वीडियो वायरल होने पर पावर कॉरपोरेशन की छवि खराब हो रही थी। प्रबंध निदेशक ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए जांच में प्रथम दृष्टा दोषी पाए जाने पर अधिशासी अभियंता महावीर सिंह को निलंबित कर दिया।
एक के बाद एक वीडियो वायरल होने से खुलीं भ्रष्टाचार की परतें
अधिशासी अभियंता के एक के बाद करके कई वीडियो वायरल हुए। पहले वीडियो में वह एक ठेकेदार से रुपये लेते दिख रहे थे। यह मामला शांत होता इससे पहले महिला कंप्यूटर ऑपरेटर से इश्क लड़ाने की वीडियो वायरल हो गई। इसके बाद एक और वीडियो वायरल हो गया, जिसमें वह फाइल पर साइन करने के एवरेज में लिफाफा लेते दिख रहे थे।
महिला कर्मियों पर मैसेज भेजने का बनाया दबाव
अधिशासी अभियंता महावीर सिंह ने अपने कार्यालय में काम करने वाली महिला कंप्यूटर ऑपरेटर को कह रखा था रोज उन्हें गुड मॉर्निंग और गुड इवनिंग के मैसेज व्हाट्सएप पर भेजने भेजा करें। महिला कर्मियों ने जब मैसेज भेजने शुरू किए तो उन्हें अधिशासी अभियंता ने दिल वाली इमोजी भेजनी शुरू कर दी। इसके बाद उनकी रंगीन मिजाजी बढ़ती चली गई और सारी हदें पार कर दीं।
अधिशासी अभियंता के खिलाफ महिला कर्मियों ने की थी शिकायत
अधिशासी अभियंता की हरकतों से परेशान होकर महिला कर्मियों ने मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की थी। वहां से जांच का आदेश अधीक्षण अभियंता कार्यालय में पहुंचा। मगर अधीक्षण अभियंता कार्यालय में फाइल दबा दी गई। सूत्रों के अनुसार अधिशासी अभियंता अपने दफ्तर में कंप्यूटर पर लड़कियों से चैट किया करते थे। एक दिन वह अपने कंप्यूटर पर व्हाट्सएप खुला छोड़कर कहीं चले गए। इसी बीच किसी ने उनके कंप्यूटर पर व्हाट्सएप खुला देख चैट के फोटो खींचकर वायरल कर दिए।