बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली कॉलेज में 01 अप्रैल को आयोजित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देने वाली दो महिलाओं के मामले ने पुलिस विभाग में खलबली मचा दी है। बरेली के थाना देवरनियां थाना क्षेत्र के गांव वसुधरन जागीर निवासी नीलम और उसकी साथी स्नेहा ने कार्यक्रम स्थल पर घुसपैठ करने की कोशिश की। पुलिस के सुरक्षा घेरे में सेंध लगाकर दोनों महिलाओं ने मंच तक पहुंचने की कोशिश की। जांच में लापरवाही सामने आने पर एसएसपी अनुराग आर्य ने देवरिया थाने में तैनात दो सिपाहियों नमन और निर्वेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही दोनों सिपाहियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
वैकल्पिक मार्ग से बरेली कॉलेज बरेली में पहुंची थीं महिलाएं
बरेली कॉलेज बरेली में आयोजित मुख्यमंत्री की जनसभा में घुसपैठ की कोशिश दोपहर को उस समय की गई थी जब सीएम योगी आदित्यनाथ जनता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान गांव वसुधरन जागीर निवासी नीलम और स्नेहा पुलिस के सुरक्षा घेरे को तोड़कर वैकल्पिक मार्ग से मंच की ओर जाने की कोशिश की। गनीमत यह रही कि मुख्यमंत्री कार्यक्रम की सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों ने दोनों महिलाओं को देखने के बाद उन्हें रोक लिया। पुलिस के रोकने पर दोनों महिलाओं ने हंगामा भी किया था। उन्होंने आत्मदाह की धमकी भी दी थी।
पहले से पुलिस की निगरानी में थीं नीलम और स्नेहा
पुलिस की छानबीन में पता चला कि नीलम ने प्रेम विवाह किया था। उसका पति से विवाद चल रहा है। नीलम अपने पति के खिलाफ कार्रवाई करना चालती है। इसी मांग को लेकर वह मुख्यमंत्री के सामने आत्मदाह की धमकी देने की मंशा से सीएम की जनसभा में पहुंची थी। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में नीलम पहले से पुलिस की निगरानी में थी। उसकी सुरक्षा और निगरानी की जिम्मेदारी सिपाही नमन और निर्वेश को दी गई थी। बावजूद इसके नीलम सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर कार्यक्रम स्थल तक जा पहुंची। इसे पुलिस की गंभीर चूक माना गया।
सिपाहियों की लापरवाही सामने आने पर एसएसपी ने की कार्रवाई
इस लापरवाही पर एसएसपी अनुराग आर्या ने कठोर कदम उठाते हुए दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया। दोनों महिलाओं नीलम और निर्देष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना के बाद पुलिस ने नीलम और स्नेहा को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन्हें न्यायिक हिरासत में लेने के बाद जेल भेज दिया गया। इस मामले की जांच की जा रही है। दोनों सुरक्षा व्यवस्था को भेदकर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम तक कैसे पहुंचीं। इसकी जांच की जा रही है।