Advertisment

Bareilly Police : बरेली पुलिस का खेल, सांसद प्रतिनिधि के साथ हुए लूट की रिपोर्ट गुमशुदगी में लिखी

बरेली पुलिस ने सांसद प्रतिनिधि के साथ हुई लूट की घटना की रिपोर्ट दर्ज करने में भी खेल कर दिया। पुलिस ने मामले की रिपोर्ट गुमशुदगी में दर्ज की। जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं तो पीड़ित ने मुख्यमंत्री समेत उच्च अधिकारियों को ट्यूट कर दिया तो पुलिस जागी।

author-image
KP Singh
aonla sansad pratinidhi
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

बरेली, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

बरेली। पुलिस की मनमानी बढ़ती जा रही है। पुलिस लूट की घटना को भी गुमशुदगी में दर्ज कर रही है। ऐसा ही एक कारनामा सुभाषनगर पुलिस का सामने आया है। सिटी श्मशान भूमि के पास बाइक सवार दो लुटेरों ने आंवला सांसद नीरज मौर्य के प्रतिनिधि का मोबाइल और रुपये लूट लिए। वह सुभाषनगर थाने गए तो पुलिस ने लूट की एफआईआर लिखने के बजाय मोबाइल की गुमशुदगी दर्ज करके टरका दिया। 

यह घटना 17 फरवरी की रात करीब 10 बजे की बताई जाती है। आंवला क्षेत्र के सपा सांसद नीरज मौर्य के प्रतिनिध अनुज मौर्य क्षेत्र में भ्रमण करने के बाद पैदल अपने घर लौट रहे थे। अनुज के मुताबिक वह गोशाला के आगे सिटी श्मशान भूमि के पास पहुंचे, तभी बाइक पर आए दो लुटेरों ने उन पर हमला कर दिया और मोबाइल समेत 5800 रुपये लूटकर फरार हो गए। दोनों लुटेरे मुंह पर कपड़ा बांधे हुए थे, जिससे अनुज पहचान नहीं सके।

अनुज ने बताया कि वह घटना की रिपोर्ट लिखाने सुभाषनगर थाने गए। वहां मिले एसआई देवेंद्र राठी को उन्होंने पूरी घटना बताई। अनुज के मुताबिक पूरी बात सुनने के बाद दरोगा ने कहा कि गुमशुदगी लिखाओगे तो मोबाइल बरामद होने पर यहीं से मिल जाएगा। एफआईआर लिखाओगे तो कोर्ट जाना पड़ेगा। अनुज ने कहा कि मोबाइल मिल जाएगा तो वह कोर्ट से छुड़ा लेंगे। फिर भी दरोगा देवेंद्र राठी एफआईआर लिखने को राजी नहीं हुए। धमकाते हुए कहा कि मोबाइल खोने की शिकायत दोगे तभी लिखी जाएगी, वरना नहीं। पुलिस के दबाव में आकर अनुज ने मोबाइल खोने की तहरीर दे दी, जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली। मगर लुटेरों को तलाशने की कोशिश नहीं की।

Advertisment

ट्यूट कर शिकायत की तो जागी पुलिस

सांसद प्रतिनिधि अनुज मौर्य का कहना है कि गुमशुदगी दर्ज करने के बाद पुलिस शांत बैठ गई। इस पर मंगलवार को अनुज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी, एडीजी, एसपी सिटी और बरेली पुलिस के ट्यूट कर शिकायत की। इसके बाद सुभाषनगर पुलिस जागी और अनुज को फोन किया। 

17 तारीख को मैं गवाही में एटा गया था। इसलिए मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैं देवेंद्र राठी से इस बारे में पता करता हूं। - धर्मेंद्र सिंह, प्रभारी निरीक्षक थाना सुभाषनगर

Advertisment
Advertisment