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महिला की डिलीवरी में गलत ऑपरेशन करने पर भोजीपुरा का ए-वन हॉस्पिटल सील

भोजीपुरा के ए-वन अस्पताल में गर्भवती महिला के ऑपरेशन में लापरवाही से नवजात की मृत्यु हो गई। शिकायत पर डीएम अविनाश सिंह ने एफआईआर दर्ज करके अस्पताल को सील कर कर दिया।

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Sudhakar Shukla
डीएम अविनाश सिंह के आदेश पर ए-वन हास्पिटल सील किया गया

डीएम अविनाश सिंह के आदेश पर ए-वन हास्पिटल सील किया गया

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बरेली,वाईबीसंवाददाता

जिलाधिकारी अविनाश सिंह के पास एक महिला अपने पति को लेकर पहुंची। उसने नाम ताहिर खान पुत्र लियाकत खान निवासी दहिया थाना भोजीपुरा बताया। पति का कहना था कि उसकी पत्नी गर्भवती थी। डिलीवरी के लिए उसने ए वन हॉस्पिटल निकट प्लाईवुड फैक्ट्री नैनीताल रोड भोजीपुरा में 03 जून को भर्ती कराया था। वहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके डिलीवरी करने की बात बताई। उस ऑपरेशन में डॉक्टरों की लापरवाही से उसके बच्चे की मृत्यु हो गई। डॉक्टरों ने उसकी पत्नी के पेट (गर्भाश्य) से मृत बच्चे को निकाल कर उसे सिल दिया। उसके बाद 5 दिनों तक अपने हॉस्पिटल में ही भर्ती रखा। उसके बाद डॉक्टरों ने उनकी छुट्टी कर दी। वह अपनी पत्नी को लेकर घर आ गया। उपचार से आराम नहीं मिला। पेट के टांकों से पस निकलने लगा। यूरिन मार्ग से ब्लड आने लगा। जब वह अपनी पत्नी को लेकर दोबारा हॉस्पिटल पहुँचा तो डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउण्ड गणेश डायग्नोस्टिक डॉक्टर लोकेश गोयल डेलापीर पेट्रोल पंप से पहले, केयर अस्पताल के सामने स्टेडियम रोड, बरेली में तथा सीटी स्केन शुभ डायग्नोस्टिक्स डॉ० राशि राठौर तुला शेरपुर पीलीभीत बाईपास रोड, बरेली के यहाँ कराए। यहां जाँच रिपोर्ट से जानकारी हुई कि ऑपरेशन के बाद गोचपीच (ब्लड सफाई का कपड़ा) डॉक्टरों ने उसकी पत्नी के पेट में ही छोड़ दिया और पेट की सिलाई कर दी। इससे पत्नी के पेट में पीप और गर्भाशय में संक्रमण फैल गया।

प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर शहबाज ने की अभद्रता 

शिकायतकर्ता के अनुसार पत्नी के गर्भाशय के गंभीर संक्रमण और डॉक्टरों के ऑपरेशन में लापरवाही की शिकायत जब उसने ए वन हॉस्पिटल के मालिक शहबाज से की तो वह अभद्रता पर उतर आए। जब उसने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों का नाम पूछा तो हॉस्पिटल के मालिक आग बबूला हो गए और   डॉक्टरों के नाम बताने को तैयार नहीं हुए। अभद्र भाषा का प्रयोग कर उसे वहां से भगा दिया। उसने अपनी पत्नी का इलाज बीसलपुर रोड स्थित एक दूसरे प्राइवेट हॉस्पिटल में कराया। वहां अत्याधिक संक्रमण होने की वजह से डॉक्टर ने दोबारा ऑपरेशन करके उसकी पत्नी की बच्चेदानी निकाल दी। दोबारा ऑपरेशन में पत्नी के पेट से गोचपीच (ब्लड सफाई का कपड़ा) को बाहर निकाला गया। उसकी वीडियों क्लीप भी मौजूद है। जिलाधिकारी ने शिकायतकर्ता की बात सुनकर ए वन हॉस्पिटल के मालिक शहबाज और डॉक्टरों पर एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए।

सीएमओ की अध्यक्षता में बनी जांच कमेटी, अस्पताल सील 

डीएम के आदेश भोजीपुरा के अस्पताल ए-वन के मालिक और डॉक्टरों की लापरवाही वाले ऑपरेशन के लिए सीएमओ डॉ विश्राम सिंह की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दी गई। जांच कमेटी ने तत्काल छापा मारकर अस्पताल सील कर दिया। उसके बाद अस्पताल मालिक पर एफआईआर दर्ज कराई गई। सीडीओ की देखरेख में सीएमओ, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ लईक अहमद अंसारी तथा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ0 शैव्या प्रसाद की टीम गठित कर जांच की जाएगी।  

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