Advertisment

काला धन : एक माननीय ने लखनऊ रोड हाईवे पर महंगी कीमत देकर खरीदी 500 बीघे जमीन

शहर के एक माननीय नगर निगम और स्मार्ट सिटी के ठेकों से ऊपरी कमाई करने के बाद नंबर दो की अपनी काली कमाई सफेद करने के लिए हाईवे पर महंगी कीमत की जमीने खरीदने में लगे हैं।

author-image
Sudhakar Shukla
नगर निगम बरेली

नगर निगम बरेली

वाईबीएन संवाददाता बरेली।

बरेली में विभिन्न तरीकों से काला धन सफेद करने का मसला जोर पकड़ने लगा है। हाल ही में एक पूर्व एचआर मैनेजर ने भोजीपुरा रोड पर स्थित एक मेडिकल कॉलेज चलने वाले एक ट्रस्ट पर अपने कर्मचारियों से दान लेकर काले धन को सफेद करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था। ये मामला शहर के अंदर ही नहीं, बाहर भी चर्चा का विषय बना। इधर, ये खबर भी तेजी पकड़ने लगी है कि शहर की राजनीति करने वाले एक नेताजी ने नगर निगम और स्मार्ट सिटी के ठेकों के कमीशन समेत विभिन्न मदो से होने वाली नंबर दो की कमाई से लखनऊ शाहजहांपुर रोड, बड़ा बाईपास और फरीदपुर में हाईवे किनारे वाले गांवों के किसानों से 60 लाख रुपए प्रति बीघे से लेकर 80 लाख रुपए प्रति बीघे कीमत की 500 बीघे जमीन खरीद डाली है। माननीय बनने से पहले नेताजी 100 करोड़ से ज्यादा के कर्ज में डूबे हुए थे। बीते आठ साल में अचानक इतनी रकम कहां से आ गई,, इस बात की शिकायत शासन में भी की गई है। इस संबंध में एक मामला न्यायालय में भी लंबित है। 

ज्यादातर जमीन ट्रस्ट के नाम से तो बाकी की दो निजी नाम पर रजिस्ट्री 

सूत्रों के मुताबिक नेताजी ने हाइवे किनारे 500 बीघे जमीन हाल के दो या तीन वर्षों में खरीदी है। 60 से 80 लाख रुपए प्रति बीघे कीमत की इस जमीन को भिडौलिया, रजऊ परसपुर, गोपालपुर और पदारथपुर गांव के दो दर्जन से अधिक अलग अलग किसानों से खरीदी गई है। विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि माननीय ने सत्ता के जोर दबाव में कुछ किसानों को अपनी जमीन की रजिस्ट्री कराने के बाद धमकाया भी था। इसकी वजह यह थी कि जिन किसानों ने अपने जमीनों की रजिस्ट्री के वक्त माननीय से चेक लिए थे। वह चेक अकाउंट में पैसा नहीं होने से बैंक से बाउंस हो गए थे। उसके बाद किसानों और नेताजी के बीच लेन देन को लेकर विवाद भी हुआ था। हाईवे पर और जमीन खरीदने के लिए नेताजी की अब भी कुछ किसानों से बातचीत चल रही है। तमाम किसान अपनी जमीन नेताजी को बेचने के लिए तैयार नहीं हैं। फिर भी नेताजी डरा धमका कर पुरानी फिल्मों के विलेन अमरीशपुरी की तर्ज पर वह जमीन निर्धारित रेट से कम कीमत देकर खरीदना चाहते हैं। गोपालपुर के एक किसान ने बताया कि पिछले दिनों माननीय अपने लाव लश्कर के साथ एक शादी में आए थे। तब उन्होंने उस शादी समारोह में भी उन किसानों के बारे ही लोगों से पूछा, जिनकी वह जमीन खरीदना चाहते हैं। 

इन किसानों ने भी महंगी कीमत पर नेताजी को बेची सैंकड़ों बीघा जमीन 

एक ग्राम प्रधान का कहना है कि लखनऊ रोड हाईवे किनारे के गांव पदारथपुर में बब्बन खान, नदीम खान, मुश्ताक खान, लियाकत खान, रहमत खान, गुलशेर खान, सबदर खान, महबूब खान ने माननीय को सैकड़ों बीघा जमीन महंगी कीमत पर बेची है। भिडौलिया और रजऊ परसपुर में किसान सुल्तान खान, रमजान खान, आमीन खान, उस्मान, मिसिर यार खान, शहाबुद्दीन खान, इस्लामुद्दीन, कयामुद्दीन सलीम आदि ने अपनी हाईवे किनारे वाली जमीन शहर के नेताजी को महंगी कीमत पर बेची है। तमाम किसानों कोपैसा चेक काटकर दिया गया तो उनके चेक बाउंस हो गए। इसका नतीजा या निकला कि अब इन गांवों के किसान माननीय को अपनी जमीन की रजिस्ट्री करने से कतराने लगे हैं। इस बारे में जब माननीय से जानकारी की गई तो उन्होंने किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। 

नोट: (यंग भारत न्यूज के पास नेताजी की जमीन खरीदने की रजिस्ट्री समेत अन्य तमाम सबूत मौजूद हैं। समय आने पर नेताजी का नाम और सबूत सहित समाचार प्रकाशित किए जाएंगे। काले धन को सफेद करने वाले समाचारों की श्रृंखला जारी रहेगी)

Advertisment
Advertisment
Advertisment