/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/18/1000055870-7fb63edb.jpg)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
बरेली, वाईबीएन संवाददाता। इस साल के अंत में होने वाले बिहार और फिर 2027 में यूपी के विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की कवायद तेज हो चुकी है। राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा में इसको लेकर गहन मंथन जारी है। पहले बिहार और उसके बाद यूपी समेत कुछ अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा ने मास्टर स्ट्रोक लगा सकती है। भाजपा और आरएसएस का राष्ट्रीय नेतृत्व राम जन्म भूमि आंदोलन से जुड़े अपनी पार्टी के कद्दावर नेता और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर दांव लगा सकती है। मतलब, केशव प्रसाद मौर्य अगले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं। वैसे तो दिल्ली के स्तर पर सब कुछ तय हो चुका है। अंतिम समय में कोई फेरबदल न हुआ तो अब बस,सिर्फ घोषणा बाकी है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्ढा का कार्यकाल पहले ही पूरा हो चुका है। वह दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में केंद्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय संभाल रहे हैं। इस समय उन पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद भी है। वह पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के विश्वसासपात्र भी हैं। बीते 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के पाले से यूपी में पिछड़े और दलित वर्ग का कुछ वोट विपक्ष के पाले में खिसक गया था। इसके चलते पार्टी को लोकसभा में तगड़ा झटका लगा। परिणामस्वरुप यूपी में भाजपा 65 सीटों से सिमटकर 33 पर आ गई। उसके बाद पार्टी ने पिछड़े और दलित समीकरण को साधने के लिए जातिगत जनगणना कराने समेत कई कदम सरकार के स्तर पर उठाए। मगर, भाजपा के बड़े नेताओं को यह कदम अब भी नाकाफी लग रहे हैं।
बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल होने हैं। यहां भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए और यूपीए के बीच वोटों की मुख्य लड़ाई ही पिछड़े और दलित वर्ग के बीच है। उसके बाद यूपी में विधानसभा चुनाव 2027 में होने हैं। सूत्रों के मुताबिक दोनों बड़े राज्यों में पिछड़े और दलित वोट बैंक के महत्व को देखते हुए भाजपा ने उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की पेशकश की है। भाजपा का मातृ संगठन आरएसएस भी इस बात पर सहमत है कि भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष एक तो पिछड़े वर्ग का कद्दावर नेता हो। साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष कैडर का व्यक्ति होना चाहिए। भाजपा और संघ के इस समीकरण में केशव प्रसाद मौर्य पूरी तरह से फिट बैठते हैं। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी केशव प्रसाद मौर्य को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर अपनी मुहर लगा चुके हैं। या यूं कहें कि सीएम योगी ने ही केशव प्रसाद मौर्य का नाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए आगे बढ़ाया है। यूपी के दोनों ही बड़े नेता आजकल दिल्ली में हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दृष्टि से कुछ दिन अहम होने वाले हैं।