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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सोमवार को बरेली में भव्य सम्मान किया गया। इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री धामी ने सम्मान स्वरूप मिले गदा को उठाते हुये कहा कि यह सम्मान उत्तराखंड की जनता को समर्पित है।
यूसीसी किसी धर्म के खिलाफ नहीं
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस कानून में लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले लोगों की जानकारी उनके परिवार को देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड जैसी घटनाओं को उत्तराखंड में नहीं होने दिया जाएगा।
रिलेशनशिप में अलगाव का असर बच्चों पर पड़ता है, इसलिए यूसीसी में ऐसे बच्चों के अधिकारों की रक्षा का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उन्होंने जनता का सिर्फ वोट के लिए इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि यूसीसी लागू होने के बाद मुस्लिम बहनें भाजपा सरकार को धन्यवाद दे रही हैं। मुख्यमंत्री धामी के इस संबोधन को लेकर खासा उत्साह देखा गया। उन्होंने उत्तराखंड को एक आदर्श राज्य बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई और यूसीसी के प्रभावी क्रियान्वयन का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री धामी ने भाजपा सरकार की प्रमुख उपलब्धियों का जिक्र किया, जिनमें श्री राम मंदिर का निर्माण, अनुच्छेद 370 का समाप्त होना और तीन तलाक कानून शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यूसीसी का प्रभाव सिर्फ उत्तराखंड तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे देश में इसकी समरस धारा बहेगी।
यूसीसी किसी धर्म के खिलाफ नहीं धामी ने स्पष्ट किया कि यह कानून किसी धर्म, समुदाय या पंथ के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि यूसीसी संपत्ति के उत्तराधिकार से जुड़े विवादों का भी समाधान करेगा और महिलाओं के सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभाएगा। इस दौरान बरेली के महापौर और इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति उमेश गौतम और पार्थ गौतम ने मुख्यमंत्री को सम्मानित किया। मंच पर भाजपा के दिग्गज नेताओं को जमावड़ा रहा।