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भ्रष्टाचार पर CM योगी का हंटर : PCS अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह बर्खास्त, दो ADM निलंबित

योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों में PCS अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह को बर्खास्त कर दिया है, जबकि भूमि अधिग्रहण घोटाले में दो ADM को निलंबित कर राजस्व परिषद से संबद्ध किया गया है।

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Deepak Yadav
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PCS गणेश प्रसाद सिंह बर्खास्त Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपी प्रांतीस सिविल सेवा (PCS) अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह को बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही भूमि अधिग्रहण घोटाले में आरोपी दो अपर जिलाधिकारियों (ADM) को निलंबित कर राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है। गणेश प्रसाद सिंह अपर जिलाधिकारी स्तर के पीसीएस अधिकारी हैं। जौनपुर में मुख्य राजस्व अधिकारी  (CRO) के पद पर रहते हुए उन पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे थे, जिसके चलते उन्हें निलंबित किया गया था।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर हुई कार्रवाई

गणेश प्रसाद सिंह पर आरोप है कि कुशीनगर में तैनाती के दौरान उन्होंने ग्राम समाज की जमीन को नियमों के विपरीत पट्टे पर दिया था। इस मामले में शासन ने कुशीनगर के जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी। इसमें अनियमितता की पुष्टि हुई। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा गया। सीएम योगी के निर्देश पर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है।

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दो एडीएम निलंबित

इसके अलावा बरेली-पीलीभीत-सितारगंज हाईवे और बरेली रिंग रोड निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण में हुए घोटाले के आरोप में दो पीसीएस अधिकारियों अशोक कुमार और मदन कुमार को निलंबित कर दिया गया है। अशोक कुमार इस समय एडीएम बरेली और मदन कुमार मऊ में इसी पद तैनात हैं। दोनों पीसीएस पर बरेली में तैनाती के दौरान भूमि घोटाले में शामिल होने का आरोप है। निलंबन के बाद शासन ने दोनों को राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया है।

200 करोड़ से अधिक का घोटाला उजागर

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बरेली-पीलीभीत-सितारगंज हाईवे और बरेली रिंग रोड निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण घोटाले में अब तक 200 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला सामने आ चुका है। इससे पहले इस घोटाले में लोक निर्माण विभाग के दो अवर अभियंताओं को निलंबित किया जा चुका है। इसके अलावा घोटाले में संलिप्त पाए गए 15 अन्य आरोपियों पर भी निलंबन की कार्रवाई हो चुकी है।

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