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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
सरकार की ओर से जागरुकता अभियान चलाने के बावजूद लोग साइबर ठगों को अपने आधार कार्ड और ओटीपी ठगों को बता दे रहे हैं। बरेली में साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है। एसबीआई का अधिकारी बताकर एक जालसाज ने हेल्थ इंश्योरेंस के बहाने जीवन रेखा हीमोफिलिया जनकल्याण समिति की अध्यक्ष से आधार कार्ड का नंबर एवं ओटीपी पूछ लिया और 64,686 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। इसका पता लगने पर पीड़िता ने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए एसएसपी को शिकायती पत्र दिया।
बरेली के किला थाना क्षेत्र के मोहल्ला खन्नू ताख वाली गली में रहने वाली रेखा रानी जीवन रेखा हीमोफिलिया जनकल्याण समिति की अध्यक्ष हैं। रेखा रानी के मुताबिक उनका खाता भारतीय स्टेट बैंक में है। उनका एसबीआई का ही क्रेडिट कार्ड है। 29 अप्रैल को उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई बैंक का बताया।
फोन करने वाला बोला- अपने क्रेडिट कार्ड पर हेल्थ इंश्योरेंस लिया है, जिसके आपको दो हजार रुपये देने होंगे। रेखा रानी ने जवाब दिया कि उन्होंने क्रेडिट कार्ड से कोई इंश्योरेंस नहीं लिया है। जालसाल ने कहा- इसको कैंसिल कराने के लिए आपको आधार कार्ड का नंबर देना होगा। उसकी बातों में आकर रेखा रानी ने अपने आधार का नंबर बता दिया। जालसाज बोला-एक ओटीपी कोड आएगा वो आपको बताना होगा।
रेखा रानी जालसाज की चाल को फिर भी नहीं समझ पाईं,और उन्होंने ओटीपी भी बता दिया। ओटीपी बताते ही रेखा रानी के बैंक खाते से 64,686 रुपए निकल गए। मगर रेखा रानी को रुपये निकलने की जानकारी दो मई को हुई, जब उनके पास बैंक से क्रेडिट कार्ड से 64,686 रुपये के ट्रांजेक्शन होने का फोन पहुंचा। शनिवार तीन मई को उन्होंने बैंक जाकर घटना की पूरी जानकारी दी। इसके बाद रेखा रानी ने अपना क्रेडिट कार्ड बंद करा दिया।
पीड़िता रेखा रानी की ओर से एसएसपी को शिकायती पत्र दिया गया है, जिसमें उन्होंने ठगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने और अपने रुपये वापस दिलाने की मांग की है। एसएसपी ने किला पुलिस को मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।