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गंगा एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी के लिए दातागंज में 9 किमी का बाइपास का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए आठ गांवों की जमीन का अधिग्रहण होगा। पीडब्ल्यूडी ने सर्वे कर डीपीआर शासन को भेज दी है। अब शासन से मंजूरी के लिए जनप्रतिनिधि भी पैरवी कर रहे हैं।
84 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेसवे में दातागंज के पास इंटरचेंज बनाया गया है। इन इंटरचेंज को दातागंज से जोड़ने के लिए पीडब्ल्यूडी ने नौ किमी का बाइपास के लिए सर्वे किया। इसमें पाया गया है कि पापड़ और डहरपुर के बीच ब्रह्देव मंदिर के पास इंटरचेंज बनने के बाद पापड़ गांव के पास गाड़ियों के जमावड़ा लगने लगेगा और जाम की स्थिति बनेगी। अगर बाइपास बना तो जाम से छुटकारा मिला जाएगा। साथ ही शाहजहांपुर, बदायूं और बरेली आने व जाने वालों के लिए भी रास्ता काफी सुगम हो जाएगा।
यह बाइपास गांव पापड़, कूड़ा, कुटिया, टिकरा पलौरा, बेहटामाधौ, बिहारीपुर, पलिया, पुरेनी, और बसेला से गुजरा हुआ शाहजहांपुर मार्ग से जुड़ जाएगा। इसमें 26 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इसकी कुल लागत 83 करोड़ रुपये आंकी गई है। वहीं, एसडीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बाइपास बनने के बाद लखनऊ शाहजहांपुर, बरेली और बदायूं के लिए आने जाने वाले वाहनों को काफी सुविधा हो जाएगी। शाहजहांपुर लखनऊ जाने वाले वाहन बसेला और पुरानी गांव के पास एक्सप्रेसवे पर चढ़ और उतर सकते हैं। इसी तरह बरेली जाने जाने वाले वाहन बेहटा माधौ और बदायूं आने व जाने वाले वाहन पापड़ गांव के पास यही सुविधा मिल सकेगी।
आसपास इलाकों में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
जिन इलाकों से होकर बाइपास गुजरेगा, वहां के आसपास की जमीनों की कीमतों में इजाफा होगा। इसके अलावा रोजगार के होटल, रेस्टारेंट सहित अन्य प्रतिष्ठान खोलकर लोग रोजगार कर सकते हैं।