/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/29/O5HrrliX6IbTCCAOPAaQ.jpg)
बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खां वारसी ने बरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) अस्पताल की स्थापना की मांग को लेकर बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि इस अहम मुद्दे को राजनीतिक बयानबाजी में खोने नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बरेली दिल्ली और लखनऊ के बीच स्थित एक प्रमुख शहर है और स्मार्ट सिटी के तहत आता है, लेकिन आज भी गंभीर रूप से बीमार और एक्सीडेंट के शिकार मरीजों को दिल्ली या लखनऊ रेफर करना पड़ता है। ऐसे में गरीब और जरूरतमंद मरीजों को महंगे निजी अस्पतालों में इलाज करवाने में कठिनाई होती है।
एम्स की जरूरत क्यों?
पम्मी खां वारसी ने बताया कि बरेली से शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं, रामपुर और उत्तराखंड के कई शहरों के लोग चिकित्सा सुविधाओं के लिए आते हैं। इसके अलावा, बरेली में सेना छावनी, एयरफोर्स बेस, इज्जतनगर रेलवे बोर्ड और एयरपोर्ट जैसी महत्वपूर्ण संस्थाएं स्थित हैं, जिससे यहां की आबादी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में बरेली में एम्स अस्पताल की स्थापना से न केवल बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
एम्स के लिए उपयुक्त स्थान
उन्होंने सुझाव दिया कि फतेहगंज स्थित रबर फैक्ट्री की भूमि एम्स अस्पताल के निर्माण के लिए उपयुक्त हो सकती है। इससे समय पर गंभीर मरीजों को इलाज मिल सकेगा और बरेली के स्वास्थ्य और विकास को गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से अपील
जनसेवा टीम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि बरेली में जल्द से जल्द एम्स अस्पताल की स्थापना की जाए। बढ़ती आबादी और कई शहरों से जुड़े होने के कारण बरेली में एम्स का निर्माण बेहद जरूरी है।