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Bareilly News: बारिश में जर्जर भवन हो सकते हैं धराशायी, नगर निगम ने 180 लोगों को भेजा नोटिस

मूसलाधार बारिश में जर्जर भवनों के गिरने की घटना होने की संभावना बनी रहती है। इससे निपटने के लिए बरेली नगर निगम ने शहर के 180 जर्जर भवनों को नोटिस जारी किया है। इन लोगों को भवन खाली करने या ध्वस्तीकरण करने के निर्देश हैं।

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Sanjay Shrivastav
nagar nigam
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

मूसलाधार बारिश में जर्जर भवनों के गिरने की घटना होने की संभावना बनी रहती है। इससे निपटने के लिए बरेली नगर निगम ने शहर के 180 जर्जर भवनों को नोटिस जारी किया है। इन भवनस्वामियों को निर्देश दिए गए हैं कि इन भवनों को खाली कर दें और गिरने लायक हों तो ध्वस्तीकरण करें।

नगर निगम ने जर्जर भवनों का सर्वेक्षण कर किया चिन्हित

कई दिनों से रुक रुक हो रही बारिश के कारण जर्जर भवनों से नगर निगम ने संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में स्थित जर्जर भवनों का सर्वेक्षण कर उन्हें चिन्हित किया है। मानसून की बारिश के दौरान कई जर्जर इमारतें ढहने की घटनाएं हो जाती हैं। इस वजह से जानमाल का नुकसान होता है।

जर्जर भवन खाली न कराने वालों पर होगी कार्रवाई 

ऐसे में नगर निगम ने जर्जर 180 भवनस्वामियों को नोटिस देकर चेतावनी दी है कि वह स्वयं भी भवन को खाली कर दें। निगम चेतावनी दी है कि जिन जर्जर भवनों के मालिक नोटिस के बावजूद मकान खाली नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

नगर निगम संबंधित  थाना पुलिस को दी जानकारी 

ऐसे भवनों के बारे में नगर निगम संबंधित क्षेत्र के थानों को भी सूचित कर रहा है, ताकि आपात स्थिति में राहत कार्य में कोई बाधा न आए। जबकि कुछ जगहों पर भवनस्वामी और किरायेदार के बीच विवाद न्यायालय में विचाराधीन होने के कारण निगम कार्रवाई करने से पीछे हट जा रहा है।

यहां काफी संख्या में जर्जर भवन, पहले हो चुका है हादसा 

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बरेली: कुतुबखाना इलाके में इसी साल अप्रैल माह में करीब 100 साल पुरानी जर्जर दो मंजिला इमारत गिर गई थी। सबसे अधिक पुराने भवनों की संख्या पुराने शहर में है, जहां पर काफी संख्या में जर्जर पुराने भवन हैं। किसी का छज्जा गिरताऊ है तो किसी की दीवार खराब हो गई है। ऐसे भवनों में लोग निवास भी कर रहे हैं और दुकान भी खोल रखी है।

इसके अलावा इस्लामिया इंटर कालेज का पुराना भवन जर्जर हो चुका है। इस भवन के पास से हर रोज काफी संख्या में लोगों का गुजरना होता है। चौपुला चौराहे पर एक मकान है जो जर्जर हो चुका है। जिला पंचायत गेट के पास स्थित भवन की दीवार की ईंटें गल चुकी हैं, लेकिन दूसरी मंजिल पर लोग रहते हैं।

कई जगहों पर सरकारी आवास जर्जर हो गए हैं, लेकिन इसमें कर्मचारी और उनके परिजन रहते है। सीआई पार्क में एक भवन करीब 100 साल पुराना है और प्लास्टर गिर रहा है, लेकिन यह भवन के स्कूल के लिए उपयोग में लाया जा रहा है।

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नगर निगम निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राजीव राठी के अनुसार बारिश के मौसम को देखते हुए जर्जर भवनों को खाली करने के लिए नोटिस भेजकर सचेत किया जा है। लोगों को इसको लेकर जागरूक रहना चाहिए, क्योंकि बारिश के समय जर्जर भवनों से हादसा होने का भय रहता है।

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