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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
अमर ज्योति फाइनेंस यूनिवर्स के निदेशकों की लौढ़ा बहेड़ी में 16 बीघा जमीन पुलिस को मिली है। इस जमीन को पुलिस सीज करने की तैयारी में है। इसके लिए पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
मीरा सराय स्थित एक मकान में अमर ज्योति फाइनेंस यूनिवर्स का दफ्तर संचालित होता था। कंपनी के निदेशक निवेशकों का कई हजार करोड़ रुपये लेकर भाग गए हैं। पुलिस की ओर से लगातार निदेशकों की तलाश की जा रही है। पिछले दिनों एसएसपी ने सभी तहसीलदारों को पत्र भेजकर निदेशकों की जमीन का विवरण मांगा था। सदर तहसील क्षेत्र की टीम ने अभिलेख खंगाले तो लौढ़ा बेहड़ी में 16 बीघा जमीन दोनों निदेशकों के नाम मिली है। इस जमीन को वह प्राॅपर्टी डीलर प्रदीप जैन को बेचने की तैयारी में थे।
प्रदीप जैन ने उन्हें पांच से छह चेक के माध्यम से एक करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान भी कर दिया था, लेकिन इसी बीच निदेशकों से किसी बात को लेकर तनातनी हो गई तो प्रदीप ने चेक वापस ले लिया। इस वजह से जमीन की बिक्री नहीं हो पाई। इस जमीन को अब पुलिस सीज करने की तैयारी में है, ताकि निदेशक किसी और को इसे बेच न सकें। पुलिस का मानना है कि इस कार्रवाई से निदेशक आर्थिक रूप से टूटेंगे।
लौढ़ा बेहड़ी स्थित 16 बीघा जमीन खाली पड़ी हुई है। यहां पर निदेशक प्लॉटिंग करने की तैयारी में थे। तीन से चार प्रापर्टी डीलरों से उनकी वार्ता भी हुई थी। अब पुलिस की कार्रवाई के बाद यहां कुछ नहीं हो सकता है। एसपी सिटी विजेंद्र दुबे ने बताया कि सदर तहसील में निदेशकों की जमीन चिह्नित हुई है। इसे सीज करने की तैयारी की जा रही है। साथ ही निदेशकों की गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस टीम दबिश दे रही है।
अमर ज्योति यूनिवर्स लिमिटेड के निदेशकों की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। मामले की सुनवाई जुलाई में होनी है। जबकि मैनेजर अमित की ओर से एफआईआर रद्द करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। बुधवार को एसएसपी से अधिवक्ता मिले और 67 अन्य पीड़ितों की सूची सौंपी। मैनेजर अमित ने भी बुधवार को हाईकोर्ट में अधिवक्ता शहनवाज अख्तर के माध्यम से याचिका दाखिल कर एफआईआर को रद्द करने की मांग की है। एसपी सिटी ने कहा कि हाईकोर्ट से निदेशकों की गिरफ्तारी पर रोक होने की जानकारी नहीं है।